बाडमेर जिला राजस्थान में है, जिले का मुख्यालय बाडमेर नगर है, बाडमेर जिला राजस्थान के जिलों में तीसरा सबसे बड़ा जिला है, जिले में ८ तहसीलें और ६ विधान सभा क्षेत्र है, बाडमेर जिले का एक बहुत बड़ा भाग रेगिस्तानी क्षेत्र है।
बाडमेर जिले का क्षेत्रफल २८३८७ वर्ग किलोमीटर है, २०११ की जनगणना के अनुसार बाडमेर की जनसख्या २६०३७५१ और जनसँख्या घनत्व ९२ व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, बाडमेर की साक्षरता ५७%, महिला पुरुष अनुपात ९०२ महिलाये प्रति १००० पुरुषो पर है और २००१ से २०११ के बीच जनसँख्या विकासदर २४% रही है।
बाडमेर भारत में कहाँ पर है
बाडमेर जिला राजस्था के दक्षिणी पश्चिम भाग में है, इसके अक्षांस और देशांतर क्रमशः २५ डिग्री ७५ मिनट उत्तर से ७१ डिग्री ३८ मिनट पूर्व तक है, समुद्रतल से ऊंचाई २२७ मीटर है, बाडमेर जयपुर से ५३८ किलोमीटर पश्चिम की तरफ है और दिल्ली से ८०८ किलोमीटर दक्षिण पश्चिम की तरफ है।
बाडमेर के पडोसी जिले
बाडमेर के उत्तर में जैसलमेर जिला है, पूर्व में पाली जिला और उत्तर पूर्व में जोधपुर जिला है, दक्षिण में जालोर जिला है और बाडमेर जिले की पश्चिमोत्तर, पश्चिमी और दक्षिण पश्चिमी सीमाएं पाकिस्तान से मिलती है .
Information about Barmer in Hindi
नाम | बाड़मेर |
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राज्य | राजस्थान |
क्षेत्र | 28,387 किमी 2 (10, 9 60 वर्ग मील) |
बाड़मेर की जनसंख्या | 100,015 |
अक्षांश और देशांतर | 25.7532 डिग्री एन, 71.4181 डिग्री ई |
बाड़मेर का एसटीडी कोड | 2986 |
बारमर की पिन कोड | 344001 |
जिला मजिस्ट्रेट (डीएम कलेक्टर) | सुधीर कुमार शर्मा, आईएएस |
पुलिस अधीक्षक (एसपी / एसएसपी) | रमेश लाल |
मुख्य विकास अधिकारी | एम.एल. नेहरा |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी | डॉ एसकेएस बिष्ट |
संसद के सदस्य | सोना राम |
विधायक | बैतु, |
उपखंडों की संख्या | 4 |
तहसील की संख्या | 8 |
गांवों की संख्या | 2464 |
रेलवे स्टेशन | बाड़मेर रेलवे स्टेशन |
बस स्टेशन | बाड़मेर में बस सेवा |
बाड़मेर में एयर पोर्ट | जोधपुर हवाई अड्डा, |
बाड़मेर में होटल की संख्या | 41 |
डिग्री कॉलेजों की संख्या | 12 |
अंतर कॉलेजों की संख्या | 12 |
मेडिकल कॉलेजों की संख्या | 14 |
इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या | 19 |
बाड़मेर में कंप्यूटर केंद्र | 24 |
बार्मेर में मॉल | 3 |
बाड़मेर में अस्पताल | 9 |
बाड़मेर में विवाह हॉल | 4 |
नदी (ओं) | लूनी नदी |
उच्च मार्ग | राष्ट्रीय राजमार्ग 112 |
ऊंचाई | 227 मीटर (745 फीट) |
घनत्व | 92 / किमी 2 (240 / वर्ग मील) |
आधिकारिक वेबसाइट | Http://barmer.rajasthan.gov.in/content/raj/barmer/en/home.html# |
साक्षरता दर | 56.53% |
बैंक | आईसीआईसीआई बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, कोटक महिंद्रा बैंक, सिंडिकेट बैंक, कैनरा बैंक |
प्रसिद्ध नेता (ओं) | हरीश चौधरी, |
राजनीतिक दलों | बीजेएस, सीपीआई, कांग्रेस, सपा, भाजपा |
आरटीओ कोड | आरजे -04 |
आधार कार्ड केंद्र | 18 |
स्थानीय परिवहन | कार, ट्रेन, बस और टैक्सी |
मीडिया | समाचार पत्र, ग्रामीण / शहरी होने के रेडियो, ट्रांजिस्टर, मीडिया, टेलीविजन |
विकास | 35.06% |
यात्रा स्थलों | श्री नाकोड़ा जैन मंदिर, किराडु मंदिर, नाकोडा मंदिर, बारमेर का किला, चिंतामणी परसनाथ जैन मंदिर, रानी भटियानी मंदिर, देवका-सूर्य मंदिर, विष्णु मंदिर, भीमगोडा मंदिर, जुना जैन मंदिर, महावीर पार्क |
बाडमेऱ का नक्शा मानचित्र मैप
गूगल मैप द्वारा निर्मित बाडमेऱ का मानचित्र, इस नक़्शे में बाडमेऱ के महत्वपूर्ण स्थानों को दिखाया गया है
बाडमेऱ जिले में कितनी तहसील है
बाड़मेर में ८ तहसीलें है, जिनके नाम कुछ इस तरह से है, 1. बाड़मेर 2. बायतू 3. चोहटन 4. गुढा मालानी 5. पचपदरा 6. रामसर 7. शेव और 8. सिवाना, इन ८ तहसीलों में गुढा मालानी सबसे बड़ी तहसील है और सिवाना तहसील सबसे छोटी तहसील है।
बाडमेऱ जिले में विधान सभा की सीटें
बाड़मेर जिले में ६ विधान सभा क्षेत्र है, इन विधानसभा सीटों के नाम 1. बाड़मेर, 2. बायतू, 3. पचपदरा, 4. सिवाना, 5. गूढ़ मालानी, 6. चोहटन (SC), इन समस्त विधान सभा सीट में १ सीट अनुसूचित जाती के उम्मीदवार के लिए आरक्छित है।
बाडमेऱ जिले में कितने गांव है
बाड़मेर में २४३१ गांव है जो की जिले की ८ तहसीलोँ के अंतर्गत आते है, इन ग्रामो की संख्या तहसील के नाम के साथ कुछ इस तरह से है, 1. बाड़मेर २९५ गांव है 2. बायतू तहसील में ३२९ गांव है, 3. चोहटन तहसील में ४२१ गांव है, 4. गुढा मालानी में ५१२ गांव है 5. पचपदरा तहसील में २७८ गांव है 6. रामसर में १६८ गांव है 7. शेव में २९९ गांव है और 8. सिवाना तहसील में १२९ गांव है
बाड़मेर का इतिहास
एक समय ‘मालानी’ के नाम से जाना जाने वाला बाड़मेर अपनी जीवंतता के कारण सैलानियों को बहुत भाता है। बाड़मेर की यात्रा की एक विशेषता यह भी है कि यह हमें राजस्थान के ग्रामीण जीवन से रूबरू कराता है। यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले गांव, पारंपरिक पोशाकें पहने लोगों और रेत पर पड़ती सुनहरी धूप, बाड़मेर की यह मनोरम छवि आंखों में बस जाती है। मार्च के महीने में पूरा बाड़मेर रंगों से भर जाता है क्योंकि वह वक्त बाड़मेर महोत्सव का होता है। एक समय में यह परमार राजपूतों की राजधानी था। यहां पर पांच मंदिरों के अवशेष मिले हैं जिनमें से एक भगवान विष्णु को और चार अन्य भगवान शिव को समर्पित हैं। कला प्रेमियों को भी यह मंदिर आकर्षित करते हैं। इनमें से सोमेश्वर मंदिर सबसे बड़ा है। यहाँ भगवान शिव जी का शानदार मन्दिर है। रावल मल्लीनाथ के नाम पर परगने का नाम मालानी पड़ा, इस प्राचीन गांव का नाम राठौड़ उपवंश के वंशजों के नाम पर पड़ा। यहां एक चमत्कारिक देवी माता रानी भटीयाणी का मन्दिर है सिद्वेश्वर महादेव मेला माहबार-लगता है जहां पर श्री महादेव जी के साथ, सन्तोषीमाता, बंजरग बली आदि के मन्दिर है। जहां हर वर्ष श्रावण महिने मे प्रत्येक सोमवार को मेला लगता है।