अशोकनगर जिला मध्य प्रदेश के जिलों में एक जिला है, अशोकनगर जिला, ग्वालियर मंडल के अंतर्गत आता है और इसका मुख्यालय अशोकनगर में है, जिले में 4 उपमंडल है, ४ ब्लॉक है, 7 तहसील है और 3 विधान सभा क्षेत्र जो की गुना लोकसभा के अंतर्गत आती है, 900 ग्राम है और 425 ग्राम पंचायते भी है ।
अशोकनगर जिला
अशोकनगर जिले का क्षेत्रफल 4673.94 वर्ग किलोमीटर है, और २०११ की जनगणना के अनुसार अशोकनगर की जनसँख्या 844979 और जनसँख्या घनत्व 180/km2 व्यक्ति [प्रति वर्ग किलोमीटर] है, अशोकनगर की साक्षरता 67.90% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 902 महिलाये प्रति १००० पुरुषो पर है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 22.65 % रहा है।
अशोकनगर जिला भारत में कहाँ पर है
अशोकनगर जिला भारत के राज्यो में एकदम मध्य में स्थित मध्य प्रदेश राज्य में है, अशोकनगर जिला मध्य प्रदेश के उत्तरी पूर्वी भाग में स्थित एक जिला है और इसके उत्तर पूर्व से पूर्व में उत्तर प्रदेश राज्य है, अशोकनगर 24°34′48″N 77°43′48″E के बीच स्थित है, अशोकनगर की समुद्रतल से ऊंचाई 507 मीटर है, अशोकनगर भोपाल से 4192 किलोमीटर उत्तर पश्चिम की तरफ प्रादेशिक राजमार्ग 19 पर है और देश की राजधानी दिल्ली से 618 किलोमीटर दक्षिण की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 44 पर है ।
अशोकनगर जिले के पडोसी जिले
अशोकनगर के उत्तर पूर्व से पूर्व तक उत्तर प्रदेश के जिले है जो की ललितपुर जिला, दक्षिण पूर्व में सागर जिला है, दक्षिण में विदिशा जिला है, पश्चिम में गुना जिला है और उत्तर में शिवपुरी जिला है।
Information about Ashoknagar in Hindi
नाम | अशोकनगर |
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मुख्यालय | अशोकनगर |
प्रशासनिक प्रभाग | ग्वालियर डिवीजन |
राज्य | मध्य प्रदेश |
क्षेत्रफल | 4,673.94 किमी 2 (1,804.62 वर्ग मील) |
जनसंख्या (2011) | 844,979 |
पुरुष महिला अनुपात | 900 |
विकास | 22.65% |
साक्षरता दर | 67.90% |
जनसंख्या घनत्व | 180 / किमी 2 (470 / वर्ग मील) |
ऊंचाई | 507 मीटर (1,663 फीट) |
अक्षांश और देशांतर | 24.34 ° उत्तर 77.43 ° पूर्व |
एसटीडी कोड | +91-07543′ |
पिन कोड | 473331 |
संसद के सदस्य | 1 |
विधायक | 3 |
उपमंडल | 4 |
तहसील | 7 |
खंडों की संख्या | 4 |
गांवों की संख्या | 900 |
रेलवे स्टेशन | अशोक नगर रेलवे स्टेशन |
बस स्टेशन | हाँ |
एयर पोर्ट | भोपाल हवाई अड्डा |
डिग्री कॉलेजों की संख्या | 8 |
“उच्चतर माध्यमिक विद्यालय | |
“ | 18 |
प्राथमिक विद्यालय (पूर्व-प्राथमिक को शामिल करना) | 861 |
मध्य विद्यालय | 253 |
अस्पताल | 4 |
नदी (ओं) | बेतवा नदी |
उच्च मार्ग | NH -44 |
आधिकारिक वेबसाइट | http://ashoknagar.nic.in |
बैंक | NA |
प्रसिद्ध नेता (ओं) | NA |
आरटीओ कोड | MP-67 |
स्थानीय परिवहन | बस, टैक्सी आदि |
अअशोकनगर का नक्शा
गूगल मैप द्वारा निर्मित अशोकनगर का मानचित्र, इस नक़्शे में अशोकनगर के महत्वपूर्ण स्थानों को दिखाया है
अशोकनगर जिले में कितनी तहसील है
अशोकनगर जिले में प्रशासनिक विभाजन उपमंडल, ब्लॉक और तहसील में किया गया है, इनके मुख्य अधिकारी SDM , BDO और तहसीलदार होते है, अशोकनगर जिले में 4 उपमंडल है अशोकनगर, चंदेरी, मुंगेली, ईसागढ़, जिले में ४ ब्लॉक अशोकनगर, चंदेरी, ईसागढ़, मुंगेली और जिले में 7 तहसीलें है अशोकनगर, चंदेरी, ईसागढ़, मुंगेली, शदोरा, नाइ सराय, पिपरई है .
अशोकनगर जिले में विधान सभा और लोकसभा की सीटें
अशोकनगर जिले में 3 विधान सभा क्षेत्र है, अशोकनगर (sc), चंदेरी , मुंगेली है, और ये गुना लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा हैं।
अशोकनगर जिले में कितने गांव है
अशोकनगर जिले में 425 पंचायतों के अंदर आने वाले 900 गांव है
अशोकनगर जिले का इतिहास
अशोकनगर का इतिहास कहीं न कहीं किसी न किसी रूप में मौर्यवंश के शासक अशोक से और महाभारत से जुड़ा हुआ है, बात उस समय की है जब अशोक उज्जैन पर विजय प्राप्त करने के निकले तो यहाँ पर एक रात विश्राम किया था, और अगर महाभारत के समय से जोड़ कर देखे तो हम पाएंगे की ये क्षेत्र तत्कालीन चेदि राज्य के अधीन था न केवल ये वल्कि चंदेरी भी चेदि राज्य के अधीन था।
१९वी और २०वी शताब्दी में या नगर ग्वालियर के राजा सिंधीआ लोगो के अधीन था और यह तत्कालीन ईसागढ़ जिले में आता था, २०वी सदी के अंत तक इस नगर को पछार के नाम से जाना जाता था, स्वतंत्रता के बाद जब देश स्वतंत्र हुआ तो या मध्य प्रदेश राज्य का अंग बना और समय के साथ ही इसे जिले की मान्यता प्रदान कर दी गयी।
अशोकनगर कितने किलोमीटर है
अशोकनगर पश्चिमी मध्य रेलवे के कोटा-बिना रेलवे खंड पर स्थित है। अशोकनगर जिले के पूर्व में उत्तर प्रदेश की सीमा तक उत्तर प्रदेश के ललितपुर से करीब 87 किमी दूर है। अशोकनगर राज्य की राजधानी, भोपाल, से लगभग 190 किमी दूर है, इंदौर से 360 किमी और ग्वालियर से लगभग 250 किमी दूर है।
अशोकनगर जिला कब बना
अशोकनगर २००३ से पहले गुना जिले की एक तहसील थी, जिसे १५ अगस्त २००३ को प्रशानिक सुविधा के लिए एक स्वतंत्र जिले में स्थापित किया गया था।