भारत जैसे देश में विभिन्न प्रकृति के लोग रहते है, एक ही बात के लिए हर किसी के मायने और सोचने के नजरिये अलग अलग है, अगर मै बात करू बेटियो की तो एक वर्ग अपने यहाँ बेटियो को लक्ष्मी दुर्गा सरस्वती के रूप में देखता है वही दूसरा वर्ग इन देवियो के नाम तक नही जनता, परंतु राजनीती में हर व्यक्ति का १ ही वोट होता है, चाहे वो किसी भी जाती, धर्म, लिंग, क्षेत्र या पद पर हो, या किसी भी पद पर न हो।
देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ दिन बाद ही सुकन्या समृद्धि योजना का शुभारम्भ किया, हम आप या कोई भी पूछ सकता है की सुकन्या समृद्धि योजना क्या है ? सुकन्या समृद्धि योजना के नियम क्या है ? सुकन्या समृद्धि योजना को लाने का आर्थिक, समाजिक और राजनीतिक मकसद क्या है ? क्या सुकन्या समृद्धि योजना सफल होगी ? क्या सुकन्या समृद्धि योजना को देश की जनता अपनाएगी या फिर क्या हमारे देश का अधिकारी, क्लर्क और बैंक सुकन्या समृद्धि योजना को सफल बनाने में और जनता को सही जानकारी देने का प्रयास करेगे ?
इन सारे प्रश्नों उत्तर है भी और ये सारे प्रश्न अपने आप में देश की एक जटिल प्रणाली की तरफ संकेत भी करती है, सबसे पहले मैं आपको बताना चाहुगा की सुकन्या समृद्धि योजना आखिर है क्या, इसके लाभ क्या है, वास्तव में सुकन्या समृद्धि योजना एक ऐसी विचारधारा को लेकर बनायीं गयी योजना है जिसमे माता पिता अपने बेटो की पढ़ाई के लिए तो खर्च करते है पर बेटियो की पढ़ाई की तरफ ध्यान नहीं देते और अगर देते भी है तो फिर उच्च शिक्षा के लिए अपने हाथ खींच लेते है, सुकन्या समृद्धि योजना में सभी लोग अपनी १० वर्ष तक की बेटी के नाम से बैंक में खाता खोल सकता है जिसे वो बेटी की उम्र २१ साल होने के बाद ही निकाल सकता है, इसके पहले निकालने पर सिर्फ ५०% ही मिलेगा जमा राशि का।
सुकन्या समृद्धि योजना के नियम
हर योजना के तरह सुकन्या समृद्धि योजना के भी कुछ नियम है, सुनकर अभी वो नियम कुछ बुरे या जटिल भी लग सकते परंतु सुकन्या समृद्धि योजना का हर नियम भारतीय समाज की स्थिति और परिस्थियो को ध्यान में रख कर ही बनाया गया है, इसमें माता पिता की आर्थिक जरूरते, उनकी सोच इत्यादि पर विशेष ध्यान दिया गया है।
नियम संख्या १ :- यह सुकन्या समृद्धि योजना २ दिसम्बर २०१४ से शुरू हुयी है और यह लड़की की आयु १० वर्ष होने तक खोला जा सकता है
नियम सख्या २: यह खाता लड़की के नाम पर ही खुलेगा इसमें कोई भी जॉइंट खाता नहीं रहेगा
नियम संख्या ३:- सुकन्या समृद्धि योजना का खाता एक लड़की के लिए एक ही बैंक में १ बार ही खुल सकता है, मतलब १ लड़की का एक से अधिक खाता नहीं खोला जा सकता है, इसके लिए आधार कार्ड अनिवार्य है, जिससे डुप्लीकेट समस्या को हल किया जासकता है।
नियम संख्या ४:- सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत खाता किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है
नियम संख्या ५:- इसमें जन्म प्रमाणपत्र की एक कॉपी भी लगेगी अगर आप जन्म के समय से ही खाता खुलवाना चाहते हो, इसके डॉक्टर का प्रमाणपत्र लगाया जाता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में महत्वपुर्ण जानकारिया
यह खाता १००० रूपये से खुल सकता है
अगर आप शहर बदलते है तो खाता का स्थानांतरण सामान्य नियमो के अंतर्गत होगा
इसमें वर्ष में अधिकतम १ लाख ५०००० रूपये और न्यूनतम १००० जमा कर सकते है
अगर खाते में साल में १००० भी जमा नही किये गए तो ५० रूपये का अर्थदण्ड लगेगा
सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत व्याजदर ९. % सालाना है जो की सीधे खाते में ही जाएगी
इसमें अधिकतम सिर्फ १४ साल तक ही रूपये जमा हो सकते है
२१ साल के बाद अगर रूपये नही निकलते है तो व्याज मिलता रहेगा, २१ साल का लॉकिंग पीरियड है
सुकन्या समृद्धि योजना के अन्तर्गतं जमा धन ८०C के अंतर्गत कर में छूट देगा और व्याज की राशि करमुक्त रहेगी
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए डाक्यूमेंट्स
१- जन्म प्रमाणपत्र
२ आधार कार्ड
३ अभिभावक का पहचान पत्र और पते का प्रमाण पत्र