परभणी जिला महाराष्ट्र के जिलों में एक जिला है, परभणी जिला, यह महाराष्ट्र के औरंगाबाद मंडल के अंतर्गत आता है, इसका मुख्यालय परभणी है, जिले में 9 तहसीलें है, 4 उपमंडल है और 3 विधान सभा क्षेत्र जो की परभणी के 1 संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है, 848 ग्राम है और 237 ग्राम पंचायते भी है ।
परभणी जिला
परभणी जिले का क्षेत्रफल ६,५११ वर्ग किलोमीटर है और २०११ की जनगणना के अनुसार परभणी की जनसँख्या लगभग 1,835,982 है और जनसँख्या घनत्व 295 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, परभणी की साक्षरता 75.22% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 940 है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 20.18% रही है।
परभणी जिला भारत में कहाँ पर है
परभणी जिला भारत के राज्यो में पश्चिम में स्थित महाराष्ट्र राज्य में है, परभणी जिला महाराष्ट्र के उत्तर पश्चिमी भाग में अंदर की तरफ है, परभणी 19°30′ उत्तर 76°45′ पूर्व के बीच स्थित है, परभणी की समुद्रतल से ऊंचाई 347 मीटर है, परभणी महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से 505 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में राष्ट्रिय राजमार्ग 61 पर है और भारत की राजधानी दिल्ली से 1425 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 44 पर है।
परभणी जिले के पडोसी जिले
परभणी के उत्तर में बुलढाणा जिला है, उत्तर पूर्व से पूर्व तक हिंगोली जिला है, दक्षिण पूर्व में नांदेड़ जिला है, दक्षिण में लातूर जिला है, दक्षिण पश्चिम में बीड जिला है, और उत्तर पश्चिम में जालना जिला है।
Information about Parbhani in Hindi
नाम | परभणी |
---|---|
मुख्यालय | परभणी |
प्रशासनिक प्रभाग | औरंगाबाद डिवीजन |
राज्य | महाराष्ट्र |
क्षेत्रफल | 6,511.58 किमी 2 (2,514.14 वर्ग मील) |
जनसंख्या (2011) | 1,835,982 |
पुरुष महिला अनुपात | 940 |
विकास | 20.18% |
साक्षरता दर | 75.22% |
जनसंख्या घनत्व | 295 / किमी 2 (760 / वर्ग मील) |
ऊंचाई | 347 मीटर (1,138 फीट) |
अक्षांश और देशांतर | 19°30′ उत्तर 76°45′ पूर्व |
एसटीडी कोड | +91-2452′ |
पिन कोड | 431401 and 431402 |
राजस्व प्रभाग | 4 |
तहसील/मंडल | 9 |
लोकसभा क्षेत्र | 1 |
विधानसभा क्षेत्र | 3 |
गांवों की संख्या | 848 |
रेलवे स्टेशन | परभणी रेलवे स्टेशन |
एयर पोर्ट | औरंगाबाद हवाई अड्डा |
नदी (ओं) | गोदावरी नदी |
उच्च मार्ग | NH-48, NH-52, NH-222 |
आधिकारिक वेबसाइट | http://parbhani.nic.in |
आरटीओ कोड | MH 22 |
परभणी जिले का नक्शा मानचित्र मैप
परभणी जिले में कितनी तहसील ब्लॉक और उपमंडल है
परभणी जिले में प्रशासनिक विभाजन तालुके जिनको तहसील कहते है, ये जिले में 9 है और जिले में 4 उपमंडल है जिनके नाम नीचे सारणी में दिए है ।
क्रम संख्या | उपखंड | तालुका |
---|---|---|
1 | परभणी | परभनी |
2 | सेलू | सैलु, जिन्तुर |
3 | गंगाखेड | गंगाखेड, पराना, पालम |
4 | पथरी | पठारी, मन्वैट, सोनपथ |
परभणी जिले में विधान सभा और लोकसभा की सीटें
परभणी जिले में 15 विधानसभा क्षेत्र है जिनके नाम नंदगाव, मालेगाव (Central), मालेगाव (Outer), बगलान (ST), कलवान (ST), चांदवड, येवला, सिन्नार, निफाड़, डिंडोरी (ST), परभणी ईस्ट, परभणी (Central), परभणी वेस्ट, देओलाली (SC), इगतपुरी (ST) और 1 संसदीय क्षेत्र है जिसका नाम परभणी है।
परभणी जिले में कितने गांव है
परभणी जिले में २३७ ग्राम पंचायते है और इन के अंदर आने वाले गांव की संख्या 848 है, अन्य जानकारिया नीचे सारणी में दी गयी है।
क्रम संख्या | तालुका | तलाठी सज्जा | गांवों की संख्या | क्षेत्रफल | जनसंख्या | पुस्र्ष | महिला | साक्षियों की संख्या |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
1 | परभनी | 46 | 131 | 113532 | 537810 | 275285 | 262525 | 357545 |
2 | गंगाखेड़ | 23 | 105 | 51836 | 202867 | 104857 | 98010 | 126337 |
3 | सोनपेठ | 15 | 57 | 35479 | 89582 | 46250 | 43332 | 53627 |
4 | जिन्तुर | 38 | 173 | 119668 | 282756 | 144882 | 137874 | 171211 |
5 | पूर्णा | 28 | 94 | 65182 | 182652 | 93999 | 88653 | 116319 |
6 | पालम | 19 | 82 | 50884 | 115382 | 59737 | 55645 | 71233 |
7 | पथरी | 18 | 58 | 57963 | 139046 | 71482 | 67564 | 84133 |
8 | सैलु | 29 | 94 | 72703 | 169174 | 86633 | 82541 | 104361 |
9 | मनवथ | 21 | 54 | 46817 | 116817 | 59745 | 57072 | 73048 |
कुल | 237 | 848 | 614064 | 1836086 | 942870 | 893216 | 1157814 |
परभणी जिले का इतिहास
परभणी का इतिहास सही मायने में १६वी शताब्दी से प्रकाश में आया था, जन १५९६ से १७२४ तक इस जिले के वर्तमान स्वरूप का एक बहुत बड़ा भाग पाथरी और वाशिम की सरकारों के बेच बाँट दिया गया था जो की उस समय की मुगल सत्ता के अंतर्गत आने वाले बेरार राज्य का अंग थी।
१७२४ में सखरखेड़ा की लड़ाई के बाद यह सम्पूर्ण भाग हैदराबाद के निजाम के अधीन आ गया था और ये भारत देश के स्वतंत्र होने तक बना रहा, जब १९५६ में राज्यों का पुनर्गठन शुरू हुआ तब यह भूभाग बॉम्बे राज्य में आ गया था।
इस जिले के दलितों ने एक आंदोलन करके मराठवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम बदलवाकर आंबेडकर के नाम पर रखवाया था।
*NIA = No Information Available