दरांग जिला असम के जिलों में एक जिला है, इसका मुख्यालय मंगलदोई है, जिले में 4 तहसील है, 6 खंड या ब्लॉक या मौजा है और 4 विधान सभा क्षेत्र है और 1 लोकसभा है।
दरांग जिला
दरांग जिले का क्षेत्रफल 1850.58 वर्ग किमी है और २०११ की जनगणना के अनुसार दरांग की जनसँख्या लगभग 908,090 है और जनसँख्या घनत्व 491 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, दरांग की साक्षरता 64.55 % है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 923 है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 19.51% रही है।
दरांग जिला भारत में कहाँ पर है
दरांग जिला भारत के राज्यो में उत्तर पूर्व में स्थित असम राज्य में है, दरांग जिला असम के उत्तर पश्चिम भाग में है और दरांग 26°45′ उत्तर 92°30′ पूर्व के बीच स्थित है, दरांग की समुद्रतल से ऊंचाई 34 मीटर है, दरांग असम की राजधानी दिसपुर जो की कामरूप जिले में है से 80 किलोमीटर उत्तर पूर्व की तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग १५ और २७ पर है और भारत की राजधानी दिल्ली से 2000 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 27 पर है।
दरांग जिले के पडोसी जिले
दरांग जिले के उत्तर में उदालगुरी जिला है, पूर्व में सोनितपुर जिला है, दक्षिण पूर्व में मोरीगांव जिला और दक्षिण मे कामरूप जिला है, दक्षिण पश्चिम में बक्सा जिला है ।
Information about Darrang in Hindi
नाम | दरांग |
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मुख्यालय | मंगलदोई |
राज्य | असम |
क्षेत्रफल | 1850.58 वर्ग किमी |
जनसंख्या (2011) | 908,090 |
पुरुष महिला अनुपात | 923 |
विकास | 19.51% |
साक्षरता दर | 64.55% |
जनसंख्या घनत्व | 491 / किमी 2 (1270 / वर्ग मील) |
ऊंचाई | 34 मीटर (112 फीट) |
अक्षांश और देशांतर | 26°45′ उत्तर 92°30′ पूर्व |
एसटीडी कोड | 91-03713 |
पिन कोड | 784125 |
तहसील | 4 |
खंड | 6 |
लोकसभा क्षेत्र | 1 |
विधानसभा क्षेत्र | 4 |
रेलवे स्टेशन | दिगरु रेलवे स्टेशन |
एयर पोर्ट | गुवाहाटी हवाई अड्डा |
नदी (ओं) | ब्रह्मपुत्र नदी |
उच्च मार्ग | एनएच 27, एनएच 15 |
आधिकारिक वेबसाइट | http://darrang.nic.in |
आरटीओ कोड | AS-13 |
दरांग जिले का नक्शा मानचित्र मैप
दरांग जिले में कितनी तहसील ब्लॉक और उपमंडल है
दरांग जिले में प्रशासनिक विभाजन, उप मंडल 4 है, तालुके जिनको तहसील कहते है, ये जिले में 4 और इनके नाम मंगलदाई, सिपाझार, पत्थरघाट, दलगांव है और जिले में 6 खंड है जिनको यहाँ पर मौजा भी कहते है, वैसे कहीं कहीं इनको ब्लॉक भी कहा जाता है इनके नाम पचिम मंगलदाई, दलगांव-सेलमारी, सिपाझार, बेचिमारी, क्लाइगांव, पब मंगलदाई है।
दरांग जिले में विधान सभा और लोकसभा की सीटें
दरांग जिले में 4 विधानसभा क्षेत्र है जिनके नाम क्लीगाँव, सिपाजर, मंगलदेई, और दलगांव और जिले में 1 संसदीय क्षेत्र है जिनके नाम मंगलदेई है।
दरांग जिले का इतिहास
दरांग का इतिहास भारत के इतिहास में १६वी शताब्दी से जुड़ा हुआ है, जब कामरूप के कोच राजा नर नारायण राज्य किया करते थे, इसके बाद १७वी शताब्दी ने उत्तरार्ध में यहाँ के राजा बलि नारायण ने ऊपरी असम के अहोम राजाओ से मुस्लिम अक्रान्ताओ की विरुद्ध लड़ने के लिए सहायता मांगी थी, लेकिन बलि नारायण की १६३७ में मृत्यु के बाद अहोम राजाओ ने सम्पूर्ण भूभाग पर अधिकार कर लिया लेकिन १७८५ में दर्रांग राजाओ ने अपने राज्य को अहोमो के अधिपत्य से फिर से स्वतंत्र करवा लिया, लेकिन ये दरंग राजा लोग १७९२ में अंग्रेजो से हार गए और अंग्रेजो के अधीन आ गया, तत्कालीन दर्रांग जिले से १९८३ में सोनितपुर जिला और १४ जून २००४ को उदालगुरी जिला निकाल दिया गया और इसके बाद बचा हुआ भूभाग आज वर्तमान का दर्रांग जिला है।