आज भारत देश में बहुत सी चीजो को पूरा पूरा आयत किया जाता है, जिससे हमे वो वास्तु तो प्राप्त हो जाती है परंतु यहाँ के लोगो को रोजगार नहीं मिलता और भारत देश का पूरा पैसा उस वस्तु के उत्पादक देश को चला जाता है, इसलिए मोदी जी ने प्रधान मंत्री बनते ही एक नयी विचारधारा का प्रारम्भ किया जिसे हम सब मेक इन इंडिया के नाम से जानते है, इसके अनुसार जो बस्तु हम अभी तक आयात करते आये थे, उन कंपनियो के मालिको को कहेगे की वो अपनी एक यूनिट भारत में लगाए और उस बस्तु का उत्पादन यही पर करें। वास्तव में मेक इन इंडिया को मेड इन इंडिया के स्थान पर लाया जा रहा है, मेड इन इंडिया में दुनिया भर से पुर्जे इकठ्ठे करके उनको किसी भारतीय यूनिट में अस्सेम्बल किया जाता था और लिख दिया जाता था मेड इन इंडिया, अब मोदी जी का प्लान है की विदेशी यूनिट खुद भारत में आकर के अपना प्रोडक्शन करे और मेक इन इंडिया को प्रमोट करें.
मेक इन इंडिया के फायदे
मेक इन इंडिया के फायदे मुझे लगता है प्रत्येक भारतीय को पता होना चाहिए, क्योंकि ये बात किसी पार्टी या राजनेता की नहीं बल्कि पुरे देश की है, अभी जब हम कोई विदेश सामान खरीदते उसका पूरा पैसा उस देश की अर्थव्यवस्था में लगता है जहा पर उनकी प्रोडक्शन यूनिट लगी हुयी है, परंतु अगर वो यूनिट अपने भारत देश में लगेयेंगे तो सबसे पहले तो हमारे देश के लोगो को रोजगार मिलेगा, जिस जमीन पर यूनिट लगी है उससे देश प्रदेश को आमदनी होगी, बिजली का इस्तेमा होगा तो उसके द्वारा भी राज्य सरकारों को आमदनी होगी, और सबसे बड़ी बात उस बस्तु पर आयात क़र न देने के कारण उसकी प्रोडक्शन कोस्ट कम होगी तो हो सकता है उसकी कीमत भी काम हो, ये सभी मेक इन इंडिया के फायदे है, उम्मीद है आपको सही लगेंगे.
मेक इन इंडिया के नुकसान
मेक इन इंडिया के जहाँ इतने फायदे है वही इसके कुछ नुकसान भी है, सबसे बड़ा नुकशान उस तरह का है जैसा एक बार मानेसर के मारुती प्लांट में हुआ था, स्थानीय लोगो ने हड़ताल करके कई कर्मचारियों की हत्या करदी कईओ को बंदी बना लिया, इस बजह से भारत देश की कई देशो में कानून व्यवस्था को लेकर किरकिरी हुयी और कई बड़े प्लांट भारत से चले भी गए, यहाँ तक की मानेसर का प्लांट भी गुजरात जा रहा है।
भारत देश एक ऐसे संक्रमण काल में चल रहा है जिसकी अपनी कोई विचारधारा नहीं है, यहाँ के लोग जाती धर्म और पार्टी के नाम पर ही काम करते है, ऐसी में विदेशी लोगो को यहाँ लाकर उनको इस मानसिकता के लोगो से निर्भय रखना राज्य एयर केंद्र दोनों ही सरकारो के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है