गौतम बुद्ध से जिले राज्य देश एवं भारत के जिले
जैसा की हम सब जानते है की गौतम बुद्ध का जीवन भारत और नेपाल के कई ऐतिहासिक स्थलों से जुड़ा है। उनके जन्म से लेकर महापरिनिर्वाण (मृत्यु) तक की यात्रा में उन्होंने अनेक स्थानों को स्पर्श किया, जो आज भी बौद्ध धर्म के प्रमुख तीर्थस्थल हैं।
नीचे बुद्ध से जुड़े मुख्य स्थल और उनके वर्तमान देशों/भारतीय राज्यों के अनुसार विवरण दिया गया है:
1. जन्म स्थान — लुंबिनी
-
स्थान: लुंबिनी, कपिलवस्तु
-
वर्तमान देश: नेपाल
-
विशेष: यहीं शाक्य वंश में राजा शुद्धोधन और रानी मायादेवी के पुत्र के रूप में सिद्धार्थ का जन्म हुआ (563 ई.पू. के लगभग)।
-
महत्व: यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट; मायादेवी मंदिर यहाँ स्थित है।
2. बाल्यकाल और युवावस्था — कपिलवस्तु
-
स्थान: कपिलवस्तु नगर
-
वर्तमान स्थिति: नेपाल में भी एक कपिलवस्तु है, लेकिन भारतीय पक्ष के अनुसार यह उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर ज़िले के पास भी स्थित रहा है।
-
विशेष: यहीं उन्होंने राजसी जीवन जिया, विवाह किया और पुत्र राहुल का जन्म हुआ।
3. गृहत्याग और तपस्या — राजगीर, उरुवेला, गया
बुद्ध ने 29 वर्ष की आयु में राजपाट त्याग दिया और ज्ञान की खोज में निकल पड़े।
🔹 राजगीर (प्राचीन नाम: राजगृह)
-
स्थान: बिहार
-
विशेष: यहाँ के गिरिव्रज पर्वतों में कई गुरुओं से साधना की। बाद में यहीं मगध नरेश बिंबिसार उनके शिष्य बने।
🔹 उरुवेला (वर्तमान बोधगया)
-
स्थान: बोधगया, जिला गया, बिहार
-
विशेष: यहीं उन्होंने बोधिवृक्ष के नीचे ध्यान करते हुए 35 वर्ष की उम्र में ज्ञान प्राप्त किया और वे बुद्ध बने।
4. पहला उपदेश — सारनाथ
-
स्थान: सारनाथ, जिला वाराणसी, उत्तर प्रदेश
-
विशेष: यहीं उन्होंने पंचवर्गीय भिक्षुओं को धर्मचक्र प्रवर्तन (पहला उपदेश) दिया — “अष्टांगिक मार्ग” और “मध्यम मार्ग” की शिक्षा दी।
5. प्रमुख प्रचार स्थल — श्रावस्ती, कुशीनगर, वैशाली, नालंदा, संकिसा
बुद्ध ने 45 वर्षों तक उत्तर भारत में घूम-घूमकर उपदेश दिए।
🔹 श्रावस्ती
-
स्थान: उत्तर प्रदेश
-
विशेष: यहाँ जेतवन विहार में उन्होंने सबसे अधिक वर्षावास बिताया।
🔹 वैशाली
-
स्थान: बिहार
-
विशेष: यहाँ की अंबपाली प्रसिद्ध अनुयायी थीं; यहीं उन्होंने स्त्रियों को संघ में प्रवेश की अनुमति दी।
🔹 नालंदा
-
स्थान: बिहार
-
विशेष: बुद्ध यहीं प्रवचन देते थे; बाद में यह स्थान विश्व प्रसिद्ध बौद्ध विश्वविद्यालय बना।
🔹 संकिसा
-
स्थान: फर्रुखाबाद जिला, उत्तर प्रदेश
-
विशेष: बौद्ध परंपरा अनुसार यहीं बुद्ध तावतिंस स्वर्ग से धरती पर लौटे थे।
6. महापरिनिर्वाण (मृत्यु) — कुशीनगर
-
स्थान: कुशीनगर, जिला देवरिया, उत्तर प्रदेश
-
विशेष: 80 वर्ष की आयु में यहीं उन्होंने अंतिम सांस ली और महापरिनिर्वाण प्राप्त किया।
भारत के किन राज्यों में बुद्ध का संबंध रहा?
राज्य | बुद्ध से जुड़ी घटनाएं |
---|---|
उत्तर प्रदेश | कपिलवस्तु (बाल्यकाल), सारनाथ (प्रथम उपदेश), श्रावस्ती, संकिसा, कुशीनगर (मृत्यु) |
बिहार | राजगीर (तपस्या), बोधगया (ज्ञान प्राप्ति), नालंदा, वैशाली |
नेपाल | लुंबिनी (जन्म), कपिलवस्तु (राजधानी पक्ष) |
बौद्ध धर्म के लिए सबसे पवित्र स्थल कौन सा कौन सा है?
घटना | स्थान | वर्तमान स्थिति |
---|---|---|
जन्म | लुंबिनी | नेपाल |
बाल्यकाल/युवावस्था | कपिलवस्तु | नेपाल / यूपी |
ज्ञान प्राप्ति | बोधगया | बिहार |
पहला उपदेश | सारनाथ | उत्तर प्रदेश |
मृत्यु (महापरिनिर्वाण) | कुशीनगर | उत्तर प्रदेश |