कवर्धा जिला छत्तीसगढ़ के 27 जिलों में एक जिला है, कवर्धा दुर्ग मण्डल का जिला है और इसका मुख्यालय कवर्धा नगर में है। इस जिले में 3 उपमंडल है, 4 ब्लॉक या तहसील है, 1013 गांव है जिनमे 817 ग्राम पंचायते भी है, 1 लोक सभा सीट है और 2 विधान सभा क्षेत्र है ।
कवर्धा जिले का क्षेत्रफल 4,235 वर्ग किलोमीटर है, और २०११ की जनगणना के अनुसार कवर्धा की जनसँख्या 822,239 और जनसँख्या घनत्व 190/km2 व्यक्ति [प्रति वर्ग किलोमीटर] है, कवर्धा की साक्षरता 61.95% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 991 महिलाये प्रति १००० पुरुषो पर है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 40.66% रहा है।
कवर्धा भारत में कहाँ पर है
कवर्धा जिला भारत के राज्यो में दक्षिण पूर्व की तरफ की अंदर की तरफ स्थित छत्तीसगढ़ राज्य में है, कवर्धा जिला छत्तीसगढ़ के पश्चिमी भाग का जिला है इसलिए इसका उत्तर से लेकर दक्षिण पश्चिम का भाग मध्य प्रदेश की सीमा से मिलता है, कवर्धा 22 ° 02 ‘ उत्तर अक्षांश से 81 ° 25 ‘ तक पूर्वी देशांतर में स्थित है, कवर्धा की समुद्रतल से ऊंचाई 353 मीटर है, कवर्धा रायपुर से 117 किलोमीटर उत्तर पश्चिम की तरफ है और देश की राजधानी दिल्ली से 1173 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ ही है।
कवर्धा के पडोसी जिले
कवर्धा के उत्तर से लेकर दक्षिण पश्चिम तक मध्य प्रदेश के जिले है जो की क्रमशः डिंडोरी जिला, मंडला जिला और बालाघाट जिला है, दक्षिण में राजनांदगाव जिला है, दक्षिण पूर्व में दुर्ग जिला है, पूर्व में बिलासपुर जिला है।
Information about Kawardha in Hindi
नाम | कवर्धा |
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मुख्यालय | कवर्धा |
प्रशासनिक प्रभाग | दुर्ग |
राज्य | छत्तीसगढ़ |
क्षेत्र | 4,235 किमी 2 (1,635 वर्ग मील) |
कवर्धा की जनसंख्या | 822,239 |
पुरुष महिला अनुपात | 991 |
ऊंचाई | 353 मीटर (1,158 फीट) |
विकास | 40.66% |
साक्षरता दर | 61.95% |
घनत्व | 190 / किमी 2 (500 / वर्ग मील) |
अक्षांश और देशांतर | 22.02 डिग्री न 81.25 डिग्री ई |
कवर्धा का एसटीडी कोड | 7741 |
कावरधा की पिन कोड | 491995 |
जिला मजिस्ट्रेट (डीएम कलेक्टर) | श्रीधनंजय देवानंगन, आईएएस |
पुलिस अधीक्षक (एसपी / एसएसपी) | |
मुख्य विकास अधिकारी | |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी | डॉ जी के सक्सेना |
संसद के सदस्य | डॉ। रमन सिंह |
विधायक | अशोक साहू |
उपखंडों की संख्या | 3 |
तहसील की संख्या | 4 |
गांवों की संख्या | 1013 |
रेलवे स्टेशन | रेलवे स्टेशन कावर्धा तक |
बस स्टेशन | बस स्टैंड कावर्धा |
कावरधा में एयर पोर्ट | रायपुर हवाई अड्डा |
कावारधा में होटल की संख्या | 13 |
डिग्री कॉलेजों की संख्या | 2 |
अंतर कॉलेजों की संख्या | 2 |
मेडिकल कॉलेजों की संख्या | 35 |
इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या | 10 |
कावरधा में कंप्यूटर केंद्र | 6 |
कावरधा में मॉल | 10 |
कवर्धा में अस्पताल | 22 |
कवर्धा में विवाह हॉल | 2 |
नदी (ओं) | सकरी नदियां |
उच्च मार्ग | एनएच 30 |
आधिकारिक वेबसाइट | Http://kawardha.gov.in/ |
बैंक | भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडिकेट बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई), इलाहाबाद बैंक |
प्रसिद्ध नेता (ओं) | रमन सिंह |
राजनीतिक दलों | भाजपा, बसपा, सीपीआई, सीपीएम, कांग्रेस, एनसीपी |
आरटीओ कोड | सीजी -0 9 |
आधार कार्ड केंद्र | 2 |
स्थानीय परिवहन | कार, साइकिल रिक्शा, बसों और टैक्सी |
मीडिया | समाचार पत्र, ग्रामीण / शहरी होने के रेडियो, ट्रांजिस्टर, मीडिया, टेलीविजन |
यात्रा स्थलों | कान्हा नेशनल पार्क, भोरमदेव मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर, सरोदा जलाशय, माडवा महल, पुष्पा सरोवर झील, लोहरा बाओली, |
कवर्धा का नक्शा मानचित्र मैप
गूगल मैप द्वारा निर्मित कवर्धा का मानचित्र, इस नक़्शे में कवर्धा के महत्वपूर्ण स्थानों को दिखाया कवर्धा है
कवर्धा जिले में कितनी तहसील है
कवर्धा जिले में 4 ब्लॉक या तहसीलें है, इन 4 तहसीलों के नाम इस प्रकार से है 1. कबीरधाम 2. बोडला, ३ सहसपुर लोहार और ४ पंडारीया और पथलगाओं, ग्रामो की संख्या के आधार पर बोडला तहसील सबसे बड़ी है औरकबीरधा तहसील सबसे छोटी तहसील है ।
कवर्धा जिले में विधान सभा की सीटें
कवर्धा जिले में 2 विधान सभा सीट है, इस 2 विधान सभा क्षेत्रो के नाम इस प्रकार से है, कवर्धा और पंडारीया, इन 2 विधान सभा सीटों में १ विधान सभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है पर १ सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षितं है।
कवर्धा जिले में कितने गांव है
कवर्धा जिले में 1013 गांव है, इन 1013 ग्रामो में 817 ग्रामो में ग्राम पंचायते है, जबकि शेष गांव जिनमे ग्राम पंचायत नहीं है उनको 817 में ही जोड़ दिया गया है, तहसील या ब्लॉक के साथ ग्रामो की कुछ संख्या इस प्रकार से है १.कबीरधाम में १८४ गाँव है, पंडरिया में २८७ गाँव है, लोहरा में १९८ गाँव है और बोड़ला में ३४४ गाँव है।
कवर्धा का इतिहास
2 जुलाई 1998 को मध्य प्रदेश की सरकार ने निर्णय लिया की एक न्य जिला बनाया जायेगा जिसका नाम कबर्धा होगा, इसमें उस समय कबर्धा तहसील थी और राजनांदगाव की कुछ तहसील थी, और १ तहसील बिलासपुर की भी थी, और कबर्धा नगर इस नए जिले का मुख्यालय बना।
नवंबर २००० में भारतीय संबिधान में संसोधन करके एक नया राज्य बना जो की आज का छत्तीशगढ है और अजित जोगी इसके पहले मुख्यमंत्री बने, उन्होंने ही १७ जनवरी २००३ में इस जिले का नाम कबर्धा से बदल कर कबीरधाम कर दिया था