बूंदी जिला राजस्थान के ऐतिहासिक जिलों में से एक है, बूंदी जिले का मुख्यालय बूंदी शहर ही है, या जिला खेती, कपडा और पर्यटन के लिए प्रसिद्द है, यहाँ पर तारागढ़ का किला सबसे प्रसिद्द ऐतिहासिक ईमारत है।
बूंदी जिले का क्षेत्रफल ५५५० वर्ग किलोमीटर है, २०११ की जनगणना के अनुसार बूंदी की जनसँख्या १११३७२५ और जनसँख्या घनत्व १९३ व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, बूंदी में साक्षरता दर ६३% है महिला पुरुष अनुपात ९२२ महिलाये प्रति १००० पुरुषो पर है, २००१ से २०११ के बीच जनसँख्या विकास दर १६% रही है।
बूंदी भारत में कहाँ पर है
बूंदी जिला भारत के राज्य राजस्थान राज्य के दक्षिणी भाग में है, बूंदी के अक्षांस और देशांतर क्रमशः २५ डिग्री ४४ मिनट उत्तर से ७५ डिग्री ६४ मिनट पूर्व तक है, बूंदी की समुद्रतल से ऊंचाई २६८ मीटर है, बूंदी जयपुर से २२० किलोमीटर दक्षिण की तरफ है और दिल्ली से भी बूंदी ४६८ किलोमीटर दक्षिण की तरफ है।
बूंदी जिले के पडोसी जिले
बूंदी जिले के उत्तर में टोंक जिला है, पश्चिम में भीलवाड़ा जिला है, पूर्व में कोटा जिला है और दक्षिण पश्चिम में चित्तौरगढ़ जिला है।
Information about Bundi in Hindi
नाम | बूंदी |
---|---|
राज्य | राजस्थान |
क्षेत्र | 5,550 किमी² |
बूंदी की जनसंख्या | 104,457 |
अक्षांश और देशांतर | 25.4305 डिग्री सेल्सियस, 75.649 9 डिग्री ई |
एसटीडी कोड बुंदी | 747 |
पिन कोड बंडी | 323001 |
जिला मजिस्ट्रेट (डीएम कलेक्टर) | नरेश कुमार ठकराल |
पुलिस अधीक्षक (एसपी / एसएसपी) | सुनील कुमार बिश्नोई |
मुख्य विकास अधिकारी | के.एन.सिंह |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी | डॉ रामबाबू जायसवाल |
संसद के सदस्य | ओम बिरला |
विधायक | अशोक डोगरा |
उपखंडों की संख्या | |
तहसील की संख्या | 5 |
गांवों की संख्या | 883 |
रेलवे स्टेशन | बुंदी रेलवे स्टेशन |
बस स्टेशन | बुंदी बस स्टेशन |
बंटी में एयर पोर्ट | Sanganer हवाई अड्डा |
बूंदी में होटल की संख्या | 47 |
डिग्री कॉलेजों की संख्या | 20 |
अंतर कॉलेजों की संख्या | 20 |
मेडिकल कॉलेजों की संख्या | 10 |
इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या | 19 |
बुन्दी में कंप्यूटर केंद्र | 10 |
बन्दी में मॉल | 3 |
बुन्दी में अस्पताल | 10 |
बुंदी में विवाह हॉल | 2 |
नदी (ओं) | अरवरी नदी |
उच्च मार्ग | राष्ट्रीय राजमार्ग 12 |
ऊंचाई | 268 मीटर (879 फीट) |
घनत्व | 1 9 3 / किमी 2 (500 / वर्ग मील) |
आधिकारिक वेबसाइट | Http://www.bundi.rajasthan.gov.in/content/raj/bundi/en/home.html |
साक्षरता दर | 67% |
बैंक | आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इलाहाबाद बैंक |
प्रसिद्ध नेता (ओं) | बिजासन माता |
राजनीतिक दलों | भाजपा, कांग्रेस, बसपा |
आरटीओ कोड | आरजे -08 |
आधार कार्ड केंद्र | 8 |
स्थानीय परिवहन | कार, ट्रेन, बस और टैक्सी |
मीडिया | समाचार पत्र, ग्रामीण / शहरी होने के रेडियो, ट्रांजिस्टर, मीडिया, टेलीविजन |
विकास | 30.41% |
यात्रा स्थलों | गढ़ महल, तारगढ़ का किला, उममीद महल, रानीजी-कि-बाओरी, ढाबे कुंड, नवल सागर, चौरासी खांबों की छात्रा, सुख निवास महल, हथिया पोल, छात्रा महल, नगर सागर कुंड, क्षार बाग, बादल महल, इंद्रगढ़ किले, केदरेश्वर धाम |
बूंदी़ का नक्शा मानचित्र मैप
गूगल मैप द्वारा निर्मित बूंदी़ का मानचित्र, इस नक़्शे में बूंदी़ के महत्वपूर्ण स्थानों को दिखाया गया है
बूंदी़ जिले में कितनी तहसील है
बूंदी जिले में ५ तहसीलें है, इन तहसीलों के नाम 1. बूंदी 2. हिंडोली 3. इंद्रगढ़ 4. केशोरायपाटन और 5. नैनवा है, इन ५ तहसीलों में केशोरायपाटन सबसे छोटी और बूंदी तहसील सबसे बड़ी तहसील है।
बूंदी़ जिले में विधान सभा की सीटें
बूंदी जिले में सिर्फ दो विधान सभा सीटें है इन विधान सभा क्षेत्रो के नाम 1. बूंदी और 2. केशोरायपाटन है, इन विधानसभा सीटों में केशोरायपाटन क्षेत्र अनुसूचित जाती के लिए सुरक्षित रखा जाता है।
बूंदी़ जिले में कितने गांव है
बूंदी जिले में ८४३ गांव है जो की जिले की ५ तहसीलों के अंतर्गत आते है तहसील का नाम और ग्रामो की संख्या इस प्रकार से है 1. बूंदी में २५६ गांव है, 2. हिंडोली तहसील में १७७ गांव है, 3. इंद्रगढ़ में ११८ गांव है, 4. केशोरायपाटन तहसील में ११३ गांव है और 5. नैनवा में १७९ गांव है
बूंदी का इतिहास
बूँदी एक पूर्व रियासत एवं ज़िला मुख्यालय है। इसकी स्थापना सन 1242 ई. में राव देवाजी ने की थी। बूँदी पहाड़ियों से घिरा नगर है। राजस्थान का महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल है।बूँदी की स्थापना राजा बून्दा मीना ने की थी। १३४२ तक मीनाओ ने राज्य किया। यहाँ के शासक राव सुर्जन हाड़ा ने अकबर की अधीनता स्वीकार कर ली थी। शाहजहाँ के समय बूँदी के शासक छत्रसाल हाड़ा ने दारा की ओर से धरमत की लड़ाई में भाग लिया था, किंतु वह इस युद्ध में मारा गया। बूँदी अपनी विशिष्ट चित्रकला शैली के लिए विख्यात है, जो इस अंचल में मध्यकाल में विकसित हुई। बूँदी के विषयों में शिकार, सवारी, रामलीला, स्नानरत नायिका, विचरण करते हाथी, शेर, हिरण, गगनचारी पक्षी, पेड़ों पर फुदकते शाखामृग आदि रहे हैं।