बीरभूम जिला पश्चिम बंगाल के जिलों में एक जिला है, और इसका मुख्यालय सिउर है, जिले में 2 तहसील है, 19 खंड या ब्लॉक है और 11 विधान सभा क्षेत्र है और 3 लोकसभा है।
बीरभूम जिला
बीरभूम जिले का क्षेत्रफल 4,545 किमी 2 (1,755 वर्ग मील) है और २०११ की जनगणना के अनुसार बीरभूम की जनसँख्या लगभग 3,502,404 है और जनसँख्या घनत्व 771 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, बीरभूम की साक्षरता 70.95 % है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 956 है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 16.15% रही है।
बीरभूम जिला भारत में कहाँ पर है
बीरभूम जिला भारत के राज्यो में पूर्व में स्थित पश्चिम बंगाल राज्य में है, बीरभूम जिला पश्चिम बंगाल के उत्तर पश्चिमी भाग में है और बीरभूम 23°91′ उत्तर 87°53′ पूर्व के बीच स्थित है और बीरभूम की समुद्रतल से ऊंचाई 71 मीटर है और इसके पश्चिम में झारखण्ड के जिले है, बीरभूम पश्चिम बंगाल की राजधानी कलकत्ता से 188 किलोमीटर उत्तर पश्चिम की तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग १९ पर है और भारत की राजधानी दिल्ली से १३६६ किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 19 पर है।
बीरभूम जिले के पडोसी जिले
बीरभूम जिले के उत्तर में मुर्शिदाबाद जिला, दक्षिण में बर्धमान जिला है, पश्चिम में झारखण्ड के जिले है जो की पाकुर जिला, धुमका जिला और जामतारा जिला है।
Information about Birbhum in Hindi
नाम | बीरभूम |
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मुख्यालय | सूरी |
राज्य | पश्चिम बंगाल |
क्षेत्रफल | 4,545 किमी 2 (1,755 वर्ग मील) |
जनसंख्या (2011) | 3,502,404 |
पुरुष महिला अनुपात | 956 |
विकास | 16.15% |
साक्षरता दर | 70.95% |
जनसंख्या घनत्व | 771 / किमी 2 (2000 / वर्ग मील) |
ऊंचाई | 71 मीटर (233 फीट) |
अक्षांश और देशांतर | 23°91′ उत्तर 87°53′ पूर्व |
एसटीडी कोड | 91-03462 |
पिन कोड | 731101 |
तहसील | 3 |
खंड | 19 |
लोकसभा क्षेत्र | 2 |
विधानसभा क्षेत्र | 11 |
रेलवे स्टेशन | सिउरी रेलवे स्टेशन |
एयर पोर्ट | नेताजी सुभाष चंद्र हवाई अड्डा कोलकाता |
नदी (ओं) | अजय, मयूरक्षी (मोर), कोपई, शाल, बकरेश्वर, ब्रह्मानी, द्वारका, हिंगलो, चापला, बंसलोई, पगला, चंद्रवगा |
उच्च मार्ग | एनएच 19 |
आधिकारिक वेबसाइट | http://www.birbhum.gov.in |
आरटीओ कोड | WB-54 |
बीरभूम जिले का नक्शा मानचित्र मैप
बीरभूम जिले में कितनी तहसील ब्लॉक और उपमंडल है
बीरभूम जिले में प्रशासनिक विभाजन, उप मंडल 3 है, तालुके जिनको तहसील कहते है, ये जिले में 3 और इनके नाम सदर-सूरी, बोलपुर, रामपुरहाट है और जिले में 19 खंड है जिनको ब्लॉक भी कहते है इनके नाम सूरी -१, सूरी -२, सैंथिया, राजनगर, ख्योरासोल, डुबराजपुर, एमडी बाजार, बोलपुर-श्रीनिमाण, एलंबरा बाजार, नानूर, लैबपुर १, रामपुरहट -१, रामपुरहट -२, नालहाटी -१, नालहाटी -2, मयूरेश्वर -१, मयूरेश्वर -२, मुरारै -1, मुरारै -2 है ।
बीरभूम जिले में विधान सभा और लोकसभा की सीटें
बीरभूम जिले में 11 विधानसभा क्षेत्र है जिनके नाम सैंथिया, सूरी, बोलपुर, रामपुरहट, नालहाटी, दुहराजपुर, मयूरेश्वर, मुरारई, लैबपुर, ननूर, हंसान और जिले में 2 संसदीय क्षेत्र है जिनके नाम बीरभूम (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र), बोलपुर (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) है।
बीरभूम जिले का इतिहास
बीरभूम का इतिहास भारत के इतिहास में बहुत प्राचीन है, यहाँ की भूमि में कई स्थानों पर पुरा पाषाण काल के कुछ अवशेष मिले है, पुरातत्व विभाग को पाण्डु राजर ढ़िबी का यहाँ पर राज्य होने के भी अवशेष मिले, जैन पुस्तक एकरंगा सूत्र के अनुसार जैन धर्म में २४वे तीर्थकर महावीर इस भूमि को खोजने वाले है, उन्होंने ही इस भूमि को नाम मार्ग रहित देश, वाज्जाभूमि या सुब्भाभूमि नाम दिया, बुद्धो के धर्मग्रन्थ दिव्याबदान के अनुसार गौतम बुद्ध ये इस मार्ग का अनुसरण किया था जब वो पुण्डवर्धन और समेटता के लिए जा रहे थे, वर्तमान में यह जिला देश के २५० पिछड़े जिलों में से एक है।