छिन्दवाड़ा जिला मध्य प्रदेश

छिन्दवाड़ा जिला मध्य प्रदेश के जिलों में एक जिला है, छिन्दवाड़ा जिला, जबलपुर मंडल के अंतर्गत आता है और इसका मुख्यालय छिन्दवाड़ा में है, जिले में 7 उपमंडल है, 12 ब्लॉक है, 13 तहसील है और 9 विधान सभा क्षेत्र जो की छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है, 1984 ग्राम है और 808 ग्राम पंचायते भी है ।

छिन्दवाड़ा जिला

छिन्दवाड़ा जिले का क्षेत्रफल 11815 वर्ग किलोमीटर है, और २०११ की जनगणना के अनुसार छिन्दवाड़ा की जनसँख्या 2090306 और जनसँख्या घनत्व 180/km2 व्यक्ति [प्रति वर्ग किलोमीटर] है, छिन्दवाड़ा की साक्षरता 72.21% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 966 महिलाये प्रति १००० पुरुषो पर है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 13.03 % रहा है।

छिन्दवाड़ा जिला भारत में कहाँ पर है

छिन्दवाड़ा जिला भारत के राज्यो में एकदम मध्य में स्थित मध्य प्रदेश राज्य में है, छिन्दवाड़ा जिला मध्य प्रदेश के दक्षिण भाग में है, इसका दक्षिण का भाग महाराष्ट्र राज्य की सीमाओं से मिलता है, छिन्दवाड़ा 22°07′ उत्तर ७८°९३′ पूर्व के बीच स्थित है, छिन्दवाड़ा की समुद्रतल से ऊंचाई 675 मीटर है, छिन्दवाड़ा भोपाल से 287 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ प्रादेशिक राजमार्ग 19 पर है और भारत की राजधानी दिल्ली से 950 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 44 पर है।

छिन्दवाड़ा जिले के पडोसी जिले

छिन्दवाड़ा के उत्तर में नरसिंगपुर जिला है, पूर्व में सिओनी जिला है, दक्षिण पूर्व दक्षिण पश्चिम में महाराष्ट्र के जिले है जो की नागपुर जिला है और अमरावती जिला है, पश्चिम में बैतूल जिला है, और उत्तर पश्चिम में होशंगाबाद जिला है।

Information about Chhindwara in Hindi

नाम छिन्दवाड़ा
मुख्यालय छिन्दवाड़ा
प्रशासनिक प्रभाग जबलपुर डिवीजन
राज्य मध्य प्रदेश
क्षेत्रफल 11,815 किमी 2 (4,562 वर्ग मील)
जनसंख्या (2011) 2,090,306
पुरुष महिला अनुपात 966
विकास 13.03%
साक्षरता दर 72.21%
जनसंख्या घनत्व 180 / किमी 2 (460 / वर्ग मील)
ऊंचाई 675 मीटर (2,215 फीट)
अक्षांश और देशांतर 22.07 ° उत्तर 78.93° पूर्व
एसटीडी कोड 07162′
पिन कोड 480001 and 480002
संसद के सदस्य 1
विधायक 9
उपमंडल 7
तहसील 13
खंडों की संख्या 12
गांवों की संख्या 1984
रेलवे स्टेशन छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन
बस स्टेशन हाँ
एयर पोर्ट जबलपुर हवाई अड्डा, छिंदवाड़ा घरेलू हवाई अड्डा
डिग्री कॉलेजों की संख्या NIA
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय NIA
हायस्कूल NIA
प्राथमिक विद्यालय (पूर्व-प्राथमिक को शामिल करना) NIA
मध्य विद्यालय NIA
अस्पताल NIA
नदी (ओं) कन्हान, पेंच, जाम, कुलबीहरा, शाकक्र और दूध नदी
उच्च मार्ग एनएच 44
आधिकारिक वेबसाइट http://www.chhindwara.mp.gov.in
बैंक NIA
प्रसिद्ध नेता (ओं) NIA
आरटीओ कोड MP-28
स्थानीय परिवहन बस, टैक्सी आदि

छिन्दवाड़ा जिले का नक्शा मानचित्र मैप


गूगल मैप द्वारा निर्मित छिन्दवाड़ा का मानचित्र, इस नक़्शे में छिन्दवाड़ा के महत्वपूर्ण स्थानों को दिखाया है

छिन्दवाड़ा जिले में कितनी तहसील ब्लॉक और उपमंडल है

छिन्दवाड़ा जिले में प्रशासनिक विभाजन उपमंडल, ब्लॉक और तहसील में किया गया है, इनके मुख्य अधिकारी SDM BDO और तहसीलदार होते है, छिन्दवाड़ा जिले में सात उपमंडल है पांढुर्ना, परासिया, छिंदवाड़ा, चौरई, अमरवाड़ा, सौंसर, और जुन्नारदेव, जिले में १३ तहसीलें है अमरवाड़ा, बिछुआ, चाँद, छिंदवाड़ा, चोराइ, हरड़े, जुन्नारदेउ, मोहखेड़, पांढुरना, परसिआ, सौसर, तामिआ, और उमरेठ तथा 12 ब्लॉक है छिंदवाड़ा, परसिआ, जुन्नारदेव, दमुआ, तामिआ, अमरवाड़ा, चौरई, बिछुआ, हर्रई, मोहखेड़, सॉसर एंड पांढुर्ना।

छिन्दवाड़ा जिले में विधान सभा और लोकसभा की सीटें

छिन्दवाड़ा जिले में 9 विधानसभा क्षेत्र है जमाई, छिंदवाड़ा, परसिआ, दमुआ, अमरवाड़ा, चौरई, सॉसर एंड पांढुर्ना और ये सभी विधान सभा सीट छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आते है।

छिन्दवाड़ा जिले में कितने गांव है

छिन्दवाड़ा जिले में 808 ग्राम पंचायतों के अंदर आने वाले 1984 गांव है, 1,903 गांव बसे हुए हैं इसे 19 राजस्व मंडलों में विभाजित किया गया है, 319 पटवारी हलके है

छिन्दवाड़ा जिले का इतिहास

छिंदवाड़ा का इतिहास २ भागों में बाँट लेते है, एक इसके नाम का इतिहास और दूसरा इस भूभाग का इतिहास, छिंदवाड़ा का नाम यहाँ पर छिंद नामके वृक्षों की अधिकायत के कारन पड़ गया, छिंदवाड़ा का पठार गोंड राजवंशो की कर्म भूमि रही है।

इस भूभाग पर अनेक राजवंशो ने राज किया लेकिन सबसे ज्यादा समय काट मराठो का ही अधिपत्य रहा, कुछ समय के लिए औरंगजेब का भी अतिक्रमण हो गया था लेकिन जल्दी ही मराठे पुनः स्थापित हो गए, लेकिन अंग्रेजो के आने के बाद मराठो का भी अधिपत्य लगभग समाप्त हो ही गया था, जो की लगभग १८०३ में हुआ।

१७ सितंबर १८०३ में ईस्ट इंडिया कम्पनी के अधिकारिओ ने राघोजी द्वितीय भोंसले से यह भूभाग जीत लिया और इसके बाद यहाँ पर अंगेजी राज्य की शुरुबात हो गयी, उस समय यह नर्मदा मंडल का भाग था जो की केंद्रीय राज्य और बरार के अंतर्गत आता था।

भारत देश १९४७ में अंग्रेजो से स्वतंत्र हो गया था, और तत्कालीन नागपुर छिंदवाड़ा जिले का मुख्यालय या राजधानी बना दिया गया, जब १ नवंबर १९५६ में राज्य पुनर्गठन आयोग के द्वारा मध्य प्रदेश राज्य बना तब छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश में आज्ञा और नागपुर महाराष्ट्र में, और तभी छिंदवाड़ा नगर को छिंदवाड़ा जिले की राजधानी या मुख्यालय बना दिया गया जो की आज भी यथावत है।

*NIA = No Information Available

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