सीहोर जिला मध्य प्रदेश के जिलों में एक जिला है, सीहोर जिला, भोपाल मंडल के अंतर्गत आता है और इसका मुख्यालय सीहोर में है, जिले में 5 उपमंडल है, 4 ब्लॉक है, 8 तहसील है और 4 विधान सभा क्षेत्र जो की भोपाल संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है, NIA ग्राम है और NIA ग्राम पंचायते भी है ।
सीहोर जिला
सीहोर जिले का क्षेत्रफल 6578 वर्ग किलोमीटर है, और २०११ की जनगणना के अनुसार सीहोर की जनसँख्या 1311332 और जनसँख्या घनत्व 200/km2 व्यक्ति [प्रति वर्ग किलोमीटर] है, सीहोर की साक्षरता 71.11% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर ९१८ महिलाये प्रति १००० पुरुषो पर है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 21.51 % रहा है।
सीहोर जिला भारत में कहाँ पर है
सीहोर जिला भारत के राज्यो में एकदम मध्य में स्थित मध्य प्रदेश राज्य में है, सीहोर जिला मध्य प्रदेश की भौगोलिक सीमा के अंदर उत्तर पश्चिमी भाग में है सीहोर 23°२′ उत्तर 77°08′ पूर्व के बीच स्थित है, सीहोर की समुद्रतल से ऊंचाई 502 मीटर है, सीहोर भोपाल से 37 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम की तरफ खेरी भोपाल मार्ग पर है और भारत की राजधानी दिल्ली से 819 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 44 पर है।
सीहोर जिले के पडोसी जिले
सीहोर के उत्तर में राजगढ़ जिला है, उत्तर पूर्व में भोपाल जिला है, दक्षिण पूर्व में होशंगाबाद जिला है दक्षिण में हरदा जिला है, दक्षिण पश्चिम में देवास जिला है और उत्तर पश्चिम में शाजापुर जिला ।
Information about Sehore in Hindi
नाम | सीहोर |
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मुख्यालय | सीहोर |
प्रशासनिक प्रभाग | भोपाल डिवीजन |
राज्य | मध्य प्रदेश |
क्षेत्रफल | 6,578 किमी 2 (2,540 वर्ग मील) |
जनसंख्या (2011) | 1,311,332 |
पुरुष महिला अनुपात | 918 |
विकास | 21.51% |
साक्षरता दर | 71.11% |
जनसंख्या घनत्व | 200 / किमी 2 (520 / वर्ग मील) |
ऊंचाई | 502 मीटर (1,647 फीट) |
अक्षांश और देशांतर | 23.2 ° उत्तर 77.08° पूर्व |
एसटीडी कोड | +91-07562′ |
पिन कोड | 466001 |
संसद के सदस्य | 1 |
विधायक | 4 |
उपमंडल | 5 |
तहसील | 8 |
खंडों की संख्या | NA |
गांवों की संख्या | NA |
रेलवे स्टेशन | सीहोर रेलवे स्टेशन |
बस स्टेशन | हाँ |
एयर पोर्ट | भोपाल हवाई अड्डा |
डिग्री कॉलेजों की संख्या | NA |
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय | 34 |
प्राथमिक विद्यालय (पूर्व-प्राथमिक को शामिल करना) | 786 |
मध्य विद्यालय | 384 |
अस्पताल | 109 |
नदी (ओं) | NA |
उच्च मार्ग | NH 44 |
आधिकारिक वेबसाइट | http://sehore.nic.in |
बैंक | 103(विभिन्न बैंकों की शाखाएं) |
प्रसिद्ध नेता (ओं) | NA |
आरटीओ कोड | MP-37 |
स्थानीय परिवहन | बस, टैक्सी आदि |
सीहोर जिले का नक्शा मानचित्र मैप
गूगल मैप द्वारा निर्मित सीहोर का मानचित्र, इस नक़्शे में सीहोर के महत्वपूर्ण स्थानों को दिखाया है
सीहोर जिले में कितनी तहसील ब्लॉक और उपमंडल है
सीहोर जिले में प्रशासनिक विभाजन उपमंडल, ब्लॉक और तहसील में किया गया है, इनके मुख्य अधिकारी SDM BDO और तहसीलदार होते है, सीहोर जिले में कुल मिलाकर 5 उपमंडल है सीहोर, आष्टा, इछावर, नस्रउल्लाहगंज, और बुदनी जिले में 8 तहसीलें है सीहोर, आष्टा, इछावर, बुदनी, नस्रउल्लाहगंज, श्यामपुर, रेहटी, और जवार, तथा 4 ब्लॉक है सीहोर, आष्टा, इछावर, और बुदनी इनको प्रशासनिक भाषा में विकास खंड और रेवेनुए रिकॉर्ड में जनपद पंचायत भी कहते है ।
सीहोर जिले में विधान सभा और लोकसभा की सीटें
सीहोर जिले में सीहोर आष्टा, इछावर, और बुदनी विधान सभा क्षेत्र है भोपाल संसदीय क्षेत्र का यह एक हिस्सा है।
सीहोर जिले में कितने गांव है
सीहोर जिले में NIA ग्राम पंचायतों के अंदर आने वाले कुल NIA गांव है, इनमे से NIA गांवों में लोग रहते हैं जिनको आबाद ग्राम कहा जाता है और NIA गांव वीरान है मतलब इन ग्रामो के कोई नहीं रहता है।
सीहोर जिले का इतिहास
सीहोर जिले का एक बहुत ही वैभवशाली इतिहास रहा है क्युकी यह मालवा क्षेत्र के मध्य में और विंध्याचल के सीमान्तर का भूभाग है, यहाँ पर शैव, शाक्त, जैन, वैष्णव बुध्द और नाथ सम्प्रदाय के अनुयायी काफी आनंदपूर्वक रह रहे है।
सीहोर किसी समय में भोपाल रियासत या राज्य का भाग था और जब मध्य प्रदेश का गठन हुआ तब भोपाल को राज्य की राजधानी तो बना दिया परन्तु इसे सीहोर जिले के अंदर रखा गया था, मतलब भोपाल तब जिला भी नहीं था, सब समय का खेल है, और १९७२ में सीहोर जिले से कुछ भाग निकल कर भोपाल को जिला बनाया गया, वर्तमान का सीहोर वही सीहोर है।
सीहोर के नामकरण का इतिहास भी बहुत रोचक है या यु कहो की अंग्रेजो की देन है, सीहोर का पहले नाम सिढ़पुर था, कुछ शिलालेखों के अनुशार इसका नाम बाद में सिदरपुर हो गया और जब अंग्रेज यहाँ आये तो अपनी जीव का सही से इस्तमाल न कर पाने के कारन वे सिदरपुर को शेर बोलने लगे और हमारे देशवासिओ ने इसे गौरव की बात समझ कर इसको सीहोर कर दिया।
*NIA = No Information Available
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राजनीति क्या है, जिस धर्म के लोग इकट्ठे होकर वोट करते है राजनीती उधर ही झुक जाती है, अमेरिका कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के चुनाव से पहले आप देखेंगे वह के राजनेता अमृतसर के गुरूद्वारे में सेवा करते मिलेंगे क्युकी वह पर सिख एक बहुत बड़ा वोट बैंक है यही हाल भारत में है, राजनीतिओ का झ125+ुकाओ मुस्लिमो और दलितों के लिए क्यों है ? सिर्फ इसीलिए है की वो संगठित होकर वोट करते है, अगर हिन्दू भी ऐसे ही एकजुट हो जाए तो फिर किसी की हिम्मत नहीं होगी गाये और सूअर की तुलना करने की
मान लिया आपकी बात को, पर गाय और चूहे, सांप, बन्दर और सूअर में बहुत अंतर् है, गाय किसी को नुकशान नहीं पहुँचाती उसके दूध, मूत्र और गोवर तक से कई बीमारिया ठीक होती है, और आप खुद हिन्दू होकर के ऐसे लिख रहे हो, ये अंगेजो ने हमे इतना विभाजित कर दिया है की किसी भी हिन्दू धर्म रक्षा के लिए हमे मुसलमानो से लड़ने से पहले अपने ही मेकाले प्रेमी हिन्दुओ से लड़ना पड़ता है, और जब हम आपस में लड़ कर मर जाते है तब मुसलमान हम पर हमला कर देते है, अभी तक यही होता आया है, कोई भी मुस्लिम मेने नहीं देखा जो तीन तलाक, इस्लामिक आतंकबाद, बुरखा प्रथा या फिर बकरीद के खिलाफ हो, पर हमे ऐसे जागरूकता के कीड़े ने कटा है की हमे गाये और सूअर में कोई फर्क ही नजर नहीं आता
कुछ प्रमुख राजवंशो का विवरण नीचे सारणी में दिया गया है :
S.No | राजवंश / शासक | अवधि |
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1 | नालस | 350-760 A,D |
2 | नागास | 760-1324 A.D |
3 | चालुक्य | 1324-1777 A.D |
4 | भोंसले | 1777 – 1853 A.D |
5 | अंग्रेजों | 1853 – 1947 A.D |
दंतेवाड़ा की संस्कृति उत्सव और त्यौहार
S.No | पांडुम महोत्सव का नाम | अवस्था | महीना |
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1 | विजजा पांडुम | धरती और धान के बीज की पूजा करने के लिए और शिकार के लिए जाने के लिए जो वे वीटा कहते हैं | अप्रैल |
2 | अमा पांडुम | एक वर्ष में पहली बार आमों को खाने से पहले भगवान अमा की पूजा करना | मई |
3 | फलक पंडम | बोअरिंग धान के बीज से पहले | मई |
4 | डेला पांडुम | खेतों में हल संबंधित गतिविधियों को पूरा करने के बाद | जून |
5 | पोडला पांडुम | फसलों के सभी रोगों को बाहर निकालने के लिए | अगस्त |
6 | Amus | धान की बुवाई के पूरा होने के बाद | अगस्त |
7 | चिक्मा | सब्जियों आदि की नई फसलों को खाने के लिए | सितंबर |
8 | कर्ता | नए चावल खाने शुरू करने के लिए | अक्टूबर |
9 | फलक पंडम | सभी नए फसलों के लिए धन्यवाद देना | नवम्बर |
10 | गाडी पांडुम | महुआ फूल (महावा-बासिया यामधुका लैटिफोलिया) को चुनने से पहले | फरवरी |
*NIA – No Information Available