भारत देश एक बहुत ही विशाल देश है, यहाँ पर १ अरब से ज्यादा लोग निवास करते है, सबकी जरूरते अलग है, विचार अलग है, रहन सहन और खान पान अलग है, भाषा अलग है, परंतु इन सबके बाद भी कुछ बुनियादी जरूरते सबके लिए एक जैसी ही है, जैसे सब रुपये कामना चाहते है, सुखी रहना चाहते है, और रूपये बचाना भी चाहते है, और उनको सुरक्षित भी रखना चाहते है।
पर हमारे देश का अभी तक नियंत्रण ऐसे हाथो में था जिन्होंने कभी नहीं सोचा की देशवासियो को भी बैंक की सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए, उनका भी खाता होना चाहिए, होना चाहिए, इस तरफ सोचने वाले सबसे पहले व्यक्तिबने अपने नरेंद्र मोदी जी, उन्होंने सबसे पहले जन धन योजना का सुभारम्भ किया और इसे एक आदर्श वाकया दिया मेरा खाता भाग्य विधाता, क्योंकि सरकार सभी योजनायो का लाभ आपके इसी खाते में डाल दिया करेगी , मतलब आपका बैंक खाता आधार कार्ड से जोड़ दिया जायेगा।
भारत सरकार कई चीजो में सब्सिडी देती है, किसानों को, मनरेगा में काम करने वालो को गैस लेने वालो को, अभीतक ये होता था की बीच का धिकारी होता था सरकार उसको ही धन दे दिया करती थी वितरण के लिए, जिस कारण भ्र्स्टाचार फ़ैल रहा था, मतलब जिसे देना था उसे मिला नहीं और कागजो में चढ़ा दिया, पर अब प्रधान मंत्री जन धन योजना के आने से इन बीच कर अधिकारियो का काम कम हो जायेगा और धन वास्तिविक व्यक्ति तक पहुच भी जायेगा।
प्रधान मंत्री जन धन योजना में खाता कैसे खुलवाए
प्रधान मंत्री जन धन योजना का शुभारम्भ स्वयं प्रधानमंत्री ने २८ अगस्त २०१४ को किया और एक साथ ७४ शहरो में किया, इसके नियम बड़े ही आसान है,
[१] पहचान पत्र के नाम पर आपके पास आधार कार्ड होना चाहिए
[२] २ हाल की ही खिंची हुयी फोटो
किसी भी बैंक में चले जाये, आपका खाता ७ दिनों में खुल जायेगा, आपको पासबुक और रुपए कार्ड भी मिलेगा।
प्रधान मंत्री जन धन योजना के फायदे
इस योजना में खाता खुलवाने से सरकारी योजना का लाभ सीधे आपके खाते में आ जायेगा, अगर आपने २६ जनवर २०१५ से पहले खुलवा लिया है तो आपको ३०००० रूपये का जीवन बीमा कवर दिया जायेगा और १ लाख का मुफ्त दुर्घटना बीमा जो की हर साल २०१५ के बाद १२ रूपये सालाना की दर से नवीनीकृत किया जायेगा , अगर आप इस खाते को सही से चलते हो तो ६ महीने बाद आप इस खाते से ५००० रुपए अपनी जमा रकम से ज्यादा निकाल सकते हो, ये है प्रधान मंत्री जन धन योजना के मूल फायदे।
प्रधान मंत्री जन धन योजना के नियम
यह योजना उनलोगों को ध्यान में रख कर बनी है जो १००० रूपये जैसी राशि किसी सरकारी बैंक में नहीं बचा सकते है, इसलिए इस प्रधान मंत्री जन धन योजना में ये ध्यान रखा गया है की अगर साल में १ लाख से ज्यादा जमा नही हो [जैसे एक बार ४००००, फिर ८०००० ये नहीं होना चाहिए] , महीने में १०००० से ज्यादा न निकले और जमा राशि ५०००० से ज्यादा न हो पाए, अगर ऐसा होता है तो फिर ये जन धन खाता अपने आप आपका बचत खाता बन जायेगा।
प्रधान मंत्री जन धन योजना के नुकशान
जहाँ एक तरफ इसके इतने फायदे थे देश जी जनता के लिए वही दूसरी तरफ इसका अबसे ज्यादा नुकशान या यु कहे दुरूपयोग ५०० और १००० के नोटबंदी के दौरान हुआ, इसमें लोगो ने जनधन योजना के खातों में खूब पैसा जमा किया और बाद में निकाला भी, मतलब देश का नागरिक अपनी कोई नैतिक जिम्मेदारी नहीं समझता है देश के लिए, उनको किसी ने कहा की तुम अपने खाते में मेरा पैसा जमा कर दो तुमको १००० रूपये दूंगा तो वो राजी हो जाता है, देश की कोई भी योजना तब तक सफल नही हो सकती जबतक देश का नागरिक स्वयं अपनी नैतिक जिम्मेदारी न समझे