झारखंड भारत के राज्यों में पूर्व की तरफ स्थित एक राज्य है, छोटा नागपुर का पठार इसी राज्य में स्थित है, झारखंड का निर्माण तत्कालीन बिहार राज्य के बिघटन से हुआ १५ नवंबर २००० में हुआ था, राज्य का कुल क्षेत्रफल 79,714 किमी², जनसख्या २०११ के आंकड़ों के अनुसार 3,29,88,१३४ जनसंख्या घनत्व 414 /किमी² और झारखंड में जिले २४ है।
झारखण्ड के पडोसी राज्य
झारखण्ड के पडोसी राज्य कुछ इस प्रकार से है, उत्तर में बिहार पश्चिम में उत्तर प्रदेश एवं छत्तीसगढ़, दक्षिण में ओड़िशा और पूर्व में पश्चिम बंगाल हैं।
झारखंड के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य
राज्य | झारखंड (Jharkhand) |
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राज्यपाल | Shri C.P. Radhakrishnan |
मुख्यमंत्री | श्री हेमन्त सोरेन (JMM 29th Dec 2019) |
उप मुख्यमंत्री | NA |
आधिकारिक वेबसाइट | http://www.jharkhand.gov.in/hi |
स्थापना का दिन | 15 नवम्बर 2000 |
क्षेत्रफल | 79,714 वर्ग किमी |
घनत्व | 414 प्रति वर्ग किमी |
जनसंख्या (2011) | 32,988,134 |
पुरुषों की जनसंख्या (2011) | 16,930,315 |
महिलाओं की जनसंख्या (2011) | 16,057,819 |
शहरी जनसंख्या % में (2011) | 24.07% |
जिले | 24 |
राजधानी | रांची |
उच्च न्यायलय | झारखंड उच्च न्यायालय |
जनसँख्या में स्थान [भारत में ] | 14th |
क्षेत्रफल में स्थान [भारत में ] | 15th |
धर्म | हिन्दू, मुस्लिम, क्रिश्चियन, सरनैसम, अन्य धर्म |
नदियाँ | दामोदर, सुवर्णरेखा |
वन एवं राष्ट्रीय उद्यान | बेतला राष्ट्रीय उद्यान (पलामू), हजारीबाग वन्यजीव अभयारण्य |
भाषाएँ | अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली, ओड़िया, संथाली, हो, कुरूख, मुंडारी, खारिया, नागपुरी, पंचपरगनिया, मैथिलि, खोरठा एंड कुरमाली. |
पड़ोसी राज्य | बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ |
राजकीय पशु | हाथी |
राजकीय पक्षी | कोयल |
राजकीय वृक्ष | साल |
राजकीय फूल | पलाश |
नृत्य | झूमर’, ‘पैक’, ‘चौ’, ‘अग्नि’, ‘संथाल’, ‘नाचनी’, ‘जमड़ा’, ‘घटवारी’, ‘नटवा’, ‘चौकर’, ‘सोहराई’, ‘लुरीसायरो’ एंड ‘माथा’. |
खेल | NA |
नेट राज्य घरेलू उत्पाद (2013-2014) | 173,000 करोड़ रुपया |
साक्षरता दर (2011) | 67.84% |
1000 पुरुषों पर महिलायें | 947 |
सदन व्यवस्था | एक सदनीय |
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र | 81 |
विधान परिषद् सीटे | NA |
संसदीय निर्वाचन क्षेत्र | 14 |
राज्य सभा सीटे | 16 |
झारखंड का नक्शा
गूगल मैप की सहायता से बना हुआ Jharkhand ka Naksha
झारखंड से राज्यसभा सदस्यों की सूची
क्रम संख्या | नाम | पार्टी | नियुक्ति तिथि | कार्यकाल पूर्ण होने की तिथि |
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1 | प्रेम चंद गुप्ता | राष्ट्रीय जनता दल | 10-Apr-14 | 9-Apr-20 |
2 | परिमल नाथवानी | इंडिपेंडेंट | 10-Apr-14 | 9-Apr-20 |
3 | मुख़्तार अब्बास नकवी | भारतीय जनता पार्टी | 8-Jul-16 | 7-Jul-22 |
4 | प्रदीप कुमार बलमुचू | इंडियन नेशनल कांग्रेस | 4-May-12 | 3-May-18 |
5 | महेश पोद्दार | भारतीय जनता पार्टी | 8-Jul-16 | 7-Jul-22 |
6 | संजीव कुमार | झारखंड मुक्ति मोर्चा | 4-May-12 | 3-May-18 |
झारखंड से लोकसभा सदस्यों की लिस्ट
क्रम संख्या | लोकसभा क्षेत्र | नाम | पार्टी |
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1 | राजमहल | विजय कुमार Hansdak | झारखंड मुक्ति मोर्चा |
2 | दुमका | शिबू सोरेन | झारखंड मुक्ति मोर्चा |
3 | गोड्डा | निशिकांत दुबे | भारतीय जनता पार्टी |
4 | छात्र | सुनील कुमार सिंह | भारतीय जनता पार्टी |
5 | कोडरमा | रवीन्द्र कुमार रे | भारतीय जनता पार्टी |
6 | गिरिडीह | रवीन्द्र कुमार पांडेय | भारतीय जनता पार्टी |
7 | धनबाद | पशुपति नाथ सिंह | भारतीय जनता पार्टी |
8 | रांची | राम Tahal चौधरी | भारतीय जनता पार्टी |
9 | जमशेदपुर | Bidyut बारां महतो | भारतीय जनता पार्टी |
10 | सिंघभूम | लक्ष्मण Giluwa | भारतीय जनता पार्टी |
11 | खूंटी | करिया मुंडा | भारतीय जनता पार्टी |
12 | लोहरदगा | सुदर्शन भगत | भारतीय जनता पार्टी |
13 | पलामू | विष्णु दयाल राम | भारतीय जनता पार्टी |
14 | हज़ारीबाग़ | जयंत सिन्हा | भारतीय जनता पार्टी |
झारखण्ड का इतिहास
झारखण्ड यानी ‘झार’ या ‘झाड़’ जो स्थानीय रूप में वन का पर्याय है और ‘खण्ड’ यानी टुकड़े से मिलकर बना है। अपने नाम के अनुरुप यह मूलतः एक वन प्रदेश है जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरूपभारत का अठ्ठाइसवाँ राज्य बना झारखण्ड भारत के नवीनतम प्रान्तों में से एक है।
बिहार के दक्षिणी हिस्से को विभाजित कर झारखंड प्रदेश का सृजन किया गया था। औद्योगिक नगरी राँची इसकी राजधानी है। इस प्रदेश के अन्य बड़े शहरों में धनबाद, बोकारो एवं जमशेदपुर शामिल हैं।झारखंड की सीमाएँ उत्तर में बिहार, पश्चिम में उत्तर प्रदेश एवं छत्तीसगढ़, दक्षिण में ओड़िशा और पूर्व में पश्चिम बंगाल को छूती हैं।
लगभग संपूर्ण प्रदेश छोटानागपुर के पठार पर अवस्थित है। कोयल, दामोदर, खड़कई और सुवर्णरेखा। स्वर्णरेखा यहाँ की प्रमुख नदियाँ हैं। झारखंड क्षेत्र विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों एवं धर्मों का संगम क्षेत्र कहा जा सकता है।
उड़ीसा के राजा जयसिंह देव को इस प्रदेश के लोग अपना राजा मानते थे। झारखंड के प्रारंभिक इतिहास में इस राजवंश की काफी प्रभावशाली भूमिका रही है। इससे पूर्व इस क्षेत्र में मुख्य रूप से कबिलाई सरदारों का बोलबाला रहा करता था। प्रचुर मात्रा में खनिज की उपलबध्ता के कारण इसे भारत का ‘रूर’ भी कहा जाता है जो जर्मनी में खनिज-प्रदेश के नाम से विख्यात है। झारखण्ड के पर्यटन स्थल