गोलाघाट जिला असम

गोलाघाट जिला असम के जिलों में एक जिला है, इसका मुख्यालय गोलाघाट है, जिले में 4 उपमंडल 6 तहसील है, 8 खंड या ब्लॉक या मौजा है और 4 विधान सभा क्षेत्र है और 1 लोकसभा है।

गोलाघाट जिला

गोलाघाट जिले का क्षेत्रफल 3,502 किमी 2 (1,352 वर्ग मील) है और २०११ की जनगणना के अनुसार गोलाघाट की जनसँख्या लगभग 946,279 है और जनसँख्या घनत्व 302 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, गोलाघाट की साक्षरता 78.31 % है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 961 है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 11.88% रही है।

गोलाघाट जिला भारत में कहाँ पर है

गोलाघाट जिला भारत के राज्यो में उत्तर पूर्व में स्थित असम राज्य में है, गोलाघाट जिला असम के उत्तर पूर्वी भाग में है, इसकी दक्षिणी सीमाएं नागालैंड के जिलों से स्पर्श करती और गोलाघाट 26°00′ उत्तर 93°00′ पूर्व के बीच स्थित है, गोलाघाट की समुद्रतल से ऊंचाई 95 मीटर है, गोलाघाट असम की राजधानी दिसपुर जो की कामरूप जिले में है से 280 किलोमीटर उत्तर पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग २७ और ७१५ par है पर है और भारत की राजधानी दिल्ली से २२८२ किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 27 पर है।

गोलाघाट जिले के पडोसी जिले

गोलाघाट जिले के दक्षिण में नागालैंड के जिले है जो की दीमापुर जिला है, उत्तर में मजौली जिला है, उत्तर पूर्व से दक्षिण पूर्व में जोरहाट जिला है, पश्चिम में कार्बी आंगलोंग जिला और दक्षिण पश्चिम में नगांव जिला है और उत्तर पश्चिम में विश्वनाथ जिला है ।

Information about Golaghat in Hindi

नाम गोलाघाट
मुख्यालय गोलाघाट
राज्य असम
क्षेत्रफल 3,502 किमी 2 (1,352 वर्ग मील)
जनसंख्या (2011) 946,279
पुरुष महिला अनुपात 961
विकास 11.88%
साक्षरता दर 78.31%
जनसंख्या घनत्व 302 / किमी 2 (780 / वर्ग मील)
ऊंचाई 95 मीटर (312 फीट)
अक्षांश और देशांतर 26°00′ उत्तर 93°00′ पूर्व
एसटीडी कोड 91-03774
पिन कोड 785 621
उपमंडल 4
तहसील 6
खंड 8
लोकसभा क्षेत्र 1
विधानसभा क्षेत्र 4
रेलवे स्टेशन गोलाघाट रेलवे स्टेशन
एयर पोर्ट रोहरिया हवाई अड्डा जोरहाट
नदी (ओं) ब्रह्मपुत्र नदी
उच्च मार्ग एनएच 27, एनएच 715
आधिकारिक वेबसाइट http://golaghat.gov.in
आरटीओ कोड AS-05

गोलाघाट जिले का नक्शा मानचित्र मैप

गोलाघाट जिले में कितनी तहसील ब्लॉक और उपमंडल है

गोलाघाट जिले में प्रशासनिक विभाजन, उप मंडल 4 है जिनके नाम गोलघाट, बोकाखाट, धनसिरी, मेरपनी है, 6 तालुके है जिनको तहसील या रेवेनुए सर्किल भी कहते है इनके नाम गोलघाट, बोकाखाट, दिरगांव, सरपठार, मोरंगी, खुमताई और जिले में 8 खंड है जिनको अंग्रेजी में ब्लॉक भी कहते है इनके नाम दिरगांव गोलघाट, बोकाखाट, काकोडोंगा, सीटलपाठर मोरॉन्गी, मोरंगी सुरुपठार, गोलघाट, गोमरीगुड़ी, पदुमनी ।

गोलाघाट जिले में विधान सभा और लोकसभा की सीटें

गोलाघाट जिले में 4 विधानसभा क्षेत्र है जिनके नाम बोकाखात, सरपठार, गोलघाट, खुमताई और जिले में 1 भी संसदीय क्षेत्र नहीं है जिला स्वयं कालीबोर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

गोलाघाट जिले का इतिहास

गोलाघाट का इतिहास भारत के इतिहास में ९वी शताब्दी से प्रकाश में आया है, पस्तर खंडो पर लिखी स्मृति के अनुसार जो की यहाँ के नगजारी खानिकार ग्राम जो की सरवथर के अंतर्गत आता है के अनुसार यहाँ पर ईंटो के खांचे, स्मारक, मंदिर और टेंक का वर्णन है, यहाँ पर नौवीं शताब्दी में दोयनक धनसिरी घाटी तक राज था, डोयनाग धनसिरी घाटी में १६वी शताब्दी तक अहोम राजाओ का राज था इनके बाद काचारिस राजाओ ने राज किया इसके बाद, फिर यहाँ पर १८वी शताब्दी में अंग्रेज आ गए और यह एक छोटी सी रियासत में बदल गयी, देश के स्वतंत्रत होने के बाद १५ अगस्त १९८७ में इसको सिबसागर जिले से निकालकर एक सम्पूर्ण जिले की मान्यता देदी गयी।

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