चिरांग असम के जिलों में एक जिला है, इसका मुख्यालय काजलगाँव है, जिले में 2 उपमंडल 3 तहसील है, 3 खंड या ब्लॉक या मौजा है और 2 विधान सभा क्षेत्र है और 1 लोकसभा है।
चिरांग जिला
चिरांग जिले का क्षेत्रफल 1,169.9 किमी 2 (451.7 वर्ग मील) है और २०११ की जनगणना के अनुसार चिरांग की जनसँख्या लगभग 454,208 है और जनसँख्या घनत्व 390 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, चिरांग की साक्षरता 64.71% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 969 है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 11.26% रही है।
चिरांग जिला भारत में कहाँ पर है
चिरांग भारत के राज्यो में उत्तर पूर्व में स्थित असम राज्य में है, चिरांग असम के उत्तर पश्चिमी भाग में है और इसके उत्तर में भूटान है, चिरांग 26°51′ उत्तर 90°52′ पूर्व के बीच स्थित है, चिरांग की समुद्रतल से ऊंचाई 180 मीटर है, चिरांग असम की राजधानी दिसपुर जो की कामरूप जिले में है से 198 किलोमीटर उत्तर पश्चिम की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 57 और 17 पर है पर है और भारत की राजधानी दिल्ली से 1840 किलोमीटर उत्तर पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 57 पर है।
चिरांग जिले के पडोसी जिले
चिरांग जिले के उत्तर में भूटान देश है और फिर पूर्व में बक्सा जिला है, दक्षिण पूर्व में बारपेटा जिला है, दक्षिण में बोंगईगांव जिला है, दक्षिण पश्चिम में धुबरी जिला है और उत्तर पश्चिम में कोकराझार जिला है ।
Information about Chirang in Hindi
नाम | चिरांग |
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मुख्यालय | काजलगाँव |
राज्य | असम |
क्षेत्रफल | 1,169.9 किमी 2 (451.7 वर्ग मील) |
जनसंख्या (2011) | 454,208 |
पुरुष महिला अनुपात | 969 |
विकास | 11.26% |
साक्षरता दर | 64.71% |
जनसंख्या घनत्व | 390 / किमी 2 (1,000 / वर्ग मील) |
ऊंचाई | 180 मीटर (590 फुट) |
अक्षांश और देशांतर | 26°51′ उत्तर 90°52′ पूर्व |
एसटीडी कोड | 91-03664 |
पिन कोड | 784509 |
उपमंडल | 2 |
तहसील | 3 |
खंड | 3 |
लोकसभा क्षेत्र | 1 |
विधानसभा क्षेत्र | 2 |
रेलवे स्टेशन | दंगताल रेलवे स्टेशन |
एयर पोर्ट | लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा गुवाहाटी (140 KM) |
नदी (ओं) | अये नदी |
उच्च मार्ग | एनएच 57 |
आधिकारिक वेबसाइट | http://chirang.gov.in |
आरटीओ कोड | AS-26 |
चिरांग जिले का नक्शा मानचित्र मैप
चिरांग जिले में कितनी तहसील ब्लॉक और उपमंडल है
चिरांग जिले में प्रशासनिक विभाजन, उप मंडल 2 है जिनके नाम काजलगाव (सदर), सिविल बिजनी है, 3 तालुके है जिनको तहसील या रेवेनुए सर्किल भी कहते है और इनके नाम सीडली, बेंगटोल, बिज्नी है, और जिले में 3 खंड है जिनको अंग्रेजी में ब्लॉक भी कहते है और इनके नाम सीडली, बोरोबाज़ार, मानिकपुर है ।
चिरांग जिले में विधान सभा और लोकसभा की सीटें
चिरांग जिले में दो विधानसभा क्षेत्र है जिनके नाम सीडली, बिज्नी है और एक लोक सभा क्षेत्र है जिसका नाम कोकराझार (अजजा) है, इनकी जानकारी हमे प्रामाणिक श्रोत से मिली है इसलिए हम इस जानकारी का प्रकाशन कर रहे है।
चिरांग जिले का इतिहास
चिरांग का इतिहास भारत के इतिहास में कुछ स्थान अवश्य रखता है, इस जिले का निर्माण १४ जून २००४ को हुआ ये जिला बोंगईगांव जिले से निकाल कर बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद् के नियमनुसार बनाया गया है, जिले में सभी जाती और धर्म के लोग निवास कर रहे है, बाकी सब सही। इसका नाम पहले सिरंग था जिसका मतलब होता है एक ऐसा स्थान जो की मनुस्यो के लिए सर्वथा महत्वपूर्ण है चाहे हो धन, उर्वरकता अथवा प्राकृतिक श्रोतो की बात हो, इस सिरंग को ही धीरे धीरे लोग चिरांग कहने लगे, शायद उच्चारण में परेशानी के चलते ऐसा हुआ।