बोध जिला उड़ीसा

बोध जो की उड़ीसा के जिलों में एक जिला है, इसका मुख्यालय बोध है, जिले में 1 उपमंडल है 3 कस्बे है, और 2 विधान सभा क्षेत्र है, और 1 लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

बोध जिला

बोध जिले का क्षेत्रफल 5,837 किमी 2 (2,254 वर्ग मील) है और २०११ की दशवार्षिक जनगणना के अनुसार बोध जिले की जनसँख्या लगभग 439,917 है और जनसँख्या घनत्व लगभग 142 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, बोध की साक्षरता 72.51% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 991 है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 17.82% रही है।

बोध जिला भारत में कहाँ पर है

बोध भारत के राज्यो में पूर्व में स्थित उड़ीसा राज्य में है, बोध उड़ीसा के मध्य भाग में स्थित है, बोध की समुद्रतल से ऊंचाई 171 मीटर है और इसके अक्षांश और देशांतर 20.83° N, 84.33° E, और बोध उड़ीसा की राजधानी भुबनेश्वर जो की खोरधा जिले के अंतर्गत आता से लगभग 225 किलोमीटर उत्तर पश्चिम की तरफ राष्ट्रिय राज मार्ग ५५ और ५७ पर स्थित है, और भारत की राजधानी दिल्ली से 1484 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 19 पर है।

बोध जिले के पडोसी जिले

बोध जिले के उत्तर पश्चिम से उत्तर पूर्व में क्रमशः सोनपुर जिला, सम्बलपुर जिला और अंगुल जिला और पूर्व नयागढ़ जिला है, दक्षिण में कंधमाल जिला है, और पश्चिम में बलांगीर जिला है।

Information about Boudh in Hindi

नाम बोध
मुख्यालय बोध
राज्य ओडिशा
क्षेत्रफल 5,837 किमी 2 (2,254 वर्ग मील)
जनसंख्या (2011) 439,917
पुरुष महिला अनुपात 991
विकास 17.82%
साक्षरता दर 72.51%
जनसंख्या घनत्व 142 / किमी 2 (370 / वर्ग मील)
भाषाएँ उड़िया, अंग्रेजी
ऊंचाई 171 मीटर (561 फुट)
अक्षांश और देशांतर 20.83° N, 84.33° E
एसटीडी कोड (+91)06683, 06684, 06685, 06646
पिन कोड 762 0xx
उप मंडल 1
ब्लॉक 3
तहसील 3
लोकसभा क्षेत्र 1
विधानसभा क्षेत्र 2
रेलवे स्टेशन रायड़ा खोल (आरएआईआर), रायड़ा खोल, ओडिशा
एयर पोर्ट बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, भुवनेश्वर
नदी (ओं) महानदी रिवर
उच्च मार्ग एनएच -57, एनएच -55, एनएच -19
दिल्ली से दूरी 1484 km
भुवनेश्वर से दूरी 225 km
आधिकारिक वेबसाइट http://ordistricts.nic.in/district_home.php?did=bau
आरटीओ कोड OD-27

बोध जिले का नक्शा मानचित्र मैप

बोध जिले में कितनी तहसील ब्लॉक और उपमंडल है

बोध जिले में बोध जिले में 1 उप मंडल है जिसका नाम बोध है और 3 ब्लॉक है इनके नाम बोध, हरभंगा, कण्ठमाल है और तीन ही तहसीलें है जिनके नाम बोध, हरभंगा, कण्ठमाल है ।

बोध जिले में विधान सभा और लोकसभा की सीटें

बोध जिले में दो विधानसभा क्षेत्र है, इन क्षेत्रो के नाम कण्ठमाल, बोध है और 1 लोक सभा सभा क्षेत्र है जिसका नाम कंधमाल है।

बोध जिले का इतिहास

बोध जिले का इतिहास बहुत ही ज्यादा अज्ञात है फिर भी इसके नाम से ऐसा प्रतीत होता है की यह भूभाग ओडिशा प्रान्त में बौद्ध धर्म का एक प्रमुख केंद्र रहा होगा जिस कारण इसका नाम बोध रखा गया, १७वी शताब्दी के उत्तरार्ध में बोध एक बहुत ही शक्तिशाली राज्य हुआ करता था और उस समय सोनपुर इस राज्य का एक भाग हुआ करता था इसी समय सम्बलपुर के चौहान राजाओ का प्रभाव भी बढ़ने लगा था और इस राज्य का प्रभाव पश्चिमी ओडिशा में बढ़ने लगा था, १६०५ से १६३० के बीच सम्बलपुर के राजा बलभद्रदेवा ने सिद्धभान्जा देव जिनका एक अन्य नाम सिद्धेस्वर देव भी को पराजित करके १६४० में सोनपुर को बोध से अलग करके एक नए रियासत का निर्माण कर दिया था।
यहाँ पर भी भारत के अन्य राज्यों की तरह ही कुछ समय के लिए मुंढाल, निजाम मराठे और बाद में अंग्रेज आये और फिर १९४७ के बाद इस रियासत का भारत गणराज्य में विलय हुआ।

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