भद्रक जिला उड़ीसा

भद्रक जो की उड़ीसा के जिलों में एक जिला है, इसका मुख्यालय भद्रक है, जिले में 1 उपमंडल है ७ तहसीलें है, और 5 विधान सभा क्षेत्र है, और 1 लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

भद्रक जिला

भद्रक जिले का क्षेत्रफल 2,505 किमी 2 (967 वर्ग मील) है और २०११ की दशवार्षिक जनगणना के अनुसार भद्रक जिले की जनसँख्या लगभग 1,506,522 है और जनसँख्या घनत्व लगभग 601 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, भद्रक की साक्षरता ८३.२५% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 981 है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 12.95% रही है।

भद्रक जिला भारत में कहाँ पर है

भद्रक भारत के राज्यो में पूर्व में स्थित उड़ीसा राज्य में है, भद्रक उड़ीसा के पश्चिमी भाग में स्थित है और इसकी पश्चिमी सीमाएं बंगाल की खाड़ी को स्पर्श करती, भद्रक की समुद्रतल से ऊंचाई 23 मीटर है और इसके अक्षांश और देशांतर 21.06° N, 86.50° E, और भद्रक उड़ीसा की राजधानी भुबनेश्वर जो की खोरधा जिले के अंतर्गत आता से लगभग 127 किलोमीटर उत्तर पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राज मार्ग 16 पर स्थित है, और भारत की राजधानी दिल्ली से 1660 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ जी टी रोड पर है।

भद्रक जिले के पडोसी जिले

भद्रक जिले के उत्तर में बालेश्वर जिला और पूर्व बंगाल की खाड़ी है, दक्षिण में केंद्रपाड़ा जिला है, और पश्चिम में जाजपुर जिला और केंदूझार जिला है।

Information about Bhadrak in Hindi

नाम भद्रक
मुख्यालय भद्रक
राज्य ओडिशा
क्षेत्रफल 2,505 किमी 2 (967 वर्ग मील)
जनसंख्या (2011) 1,506,522
पुरुष महिला अनुपात 981
विकास 12.95%
साक्षरता दर 83.25%
जनसंख्या घनत्व 601 / किमी 2 (1560 / वर्ग मील)
भाषाएँ उड़िया, अंग्रेजी
ऊंचाई 23 मीटर (75 फुट)
अक्षांश और देशांतर 21.06° N, 86.50° E
एसटीडी कोड (+91)06784
पिन कोड 756100
उप मंडल 1
ब्लॉक 7
तहसील 7
लोकसभा क्षेत्र 1
विधानसभा क्षेत्र 5
रेलवे स्टेशन भद्रक रेलवे स्टेशन
एयर पोर्ट बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, भुवनेश्वर
नदी (ओं) बैतरानी और सलादी नदी
उच्च मार्ग एनएच -16
दिल्ली से दूरी 1660 km
भुवनेश्वर से दूरी 127 km
आधिकारिक वेबसाइट http://www.ordistricts.nic.in/district_home.php?did=bhk
आरटीओ कोड OD-22

भद्रक जिले का नक्शा मानचित्र मैप

भद्रक जिले में कितनी तहसील ब्लॉक और उपमंडल है

भद्रक जिले में भद्रक जिले में 1 उप मंडल है जिसका नाम भद्रक है और 7 ब्लॉक है इनके नाम १.भद्रक, 2.बोनथ, 3. बासुदेवपुर, 4. तीहिदी, 5. चंडबाली, 6. दमनगर और 7.बंदारी पोखरिया है और सात ही तहसीलें है जिनके नाम भी १.भद्रक, 2.बोनथ, 3. बासुदेवपुर, 4. तीहिदी, 5. चंडबाली, 6. दमनगर और 7.बंदारी पोखरिया है ।

भद्रक जिले में विधान सभा और लोकसभा की सीटें

भद्रक जिले में पांच विधानसभा क्षेत्र है, इन क्षेत्रो के नाम भण्डारीपोखरि, भद्रक, बासुदेवपुर, धमनगर, (SC) चांदबाली है और 1 लोक सभा सभा क्षेत्र है जिसका नाम भद्रक है।

भद्रक जिले का इतिहास

भद्रक जिले का इतिहास बहुत ही अद्भुत है, सबसे पहले तो इसके नामकरण को लेकर है, इसका नाम यहाँ पर विशाल भद्रकाली माता के कारण रखा गया है, यही पर रक्त तीरथ इरम है जो की बासुदेव पुर में है, यह नाम इसलिए इसलिए पड़ा क्युकी आज़ादी के लिए प्रदर्शन करने वाले ३० लोगो को ब्रिटिश पुलिस ने गोली मार दी और ३० लोग मरे गए थे, यहाँ पर अंतिम राजा मुकुंदा देव थे उसके बाद अफगान और फिर अंग्रेज आ गए, और १९४७ तक अंग्रेज ही बने रहे, इस जिले को वास्तव में बालासोर जिले से १९९३ में निकालकर बनाया गया था।

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