अल्मोड़ा जिला उत्तराखंड के कुमाऊं मण्डल का एक जिला है, जिसका मुख्यालय अल्मोड़ा नगर में है, अल्मोड़ा एक पहाड़ी जिला है जो की घोड़े के खुर के समान रूप में बना हुआ है, अल्मोड़ा पर पहले चाँद साम्राज्य का अधिकार था फिर कत्यूरी राजवंश का हो गया। Read Daily almora news and almora news in hindi
अल्मोड़ा जिले का क्षेत्रफल ३०८२ वर्ग किलोमीटर है, और 2011 की जनगणना के अनुसार अल्मोड़ा की जनसँख्या ६२१९२७ और जनसँख्या घनत्व २०५ व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है , अल्मोड़ा में साक्षरता ८१% है, यहाँ पर महिला पुरुष अनुपात आश्चर्यचकित कर देने वाला है, अर्थात यहाँ पोर ११३९ महिलाये प्रति १००० पुरुषो पर है, २००१ से २००१ के बीच यहाँ की जनसख्या विकास दर नकारत्मक रही है जो की -१.३७% है।
अल्मोड़ा भारत में कहाँ पर है
अल्मोड़ा भारत के उत्तराखंड राज्य का एक पहाड़ी जिला है, जिसके अक्षांस और देशांतर क्रमशः २९ डिग्री ५९ मिनट उत्तर से ७९ डिग्री ६५ मिनट पूर्व तक है, समुद्र तल से अल्मोड़ा की ऊंचाई १६४२ मीटर है, अल्मोड़ा उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से ३५० किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ है और भारत देश की राजधानी दिल्ली से ३७७ किलोमीटर उत्तर पूर्व की तरफ है
अल्मोड़ा के पडोसी जिले
अल्मोड़ा उत्तराखण्ड का एक पहाड़ी जिला है, इसके उत्तर में चमोली जिला है, उत्तर पूर्व में बागेश्वर जिला है, पूर्व पिथौरागढ़ जिला है, दक्षिण पूर्व में चम्पावत जिला है और दक्षिण में नैनीताल है, अल्मोड़ा के पश्चिम की तरफ पौड़ी गढ़वाल जिला है।
Information about Almora in Hindi
नाम | अल्मोड़ा |
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राज्य | उत्तराखंड |
क्षेत्र | 3,082 किमी (1,190 वर्ग मील) |
अल्मोड़ा की जनसंख्या | 621, 9 27 |
अक्षांश और देशांतर | 29.58 9 2 डिग्री एन, 79.6467 डिग्री ई |
अल्मोड़ा का एसटीडी कोड | 91-5962 |
पिन कोड अल्मोड़ा | 263601 |
जिला मजिस्ट्रेट (डीएम कलेक्टर) | श्री चनार राम, |
पुलिस अधीक्षक (एसपी / एसएसपी) | सुश्री वी.के. कृष्ण कुमार (एसपी), |
मुख्य विकास अधिकारी | रमेश राम |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी | |
संसद के सदस्य | अजय तमटा |
विधायक | सुरेंद्र सिंह |
उपखंडों की संख्या | |
तहसील की संख्या | 9 |
गांवों की संख्या | 22 9 4 |
रेलवे स्टेशन | काठगोदाम |
बस स्टेशन | आईएसबीटी देहरादून, |
अल्मोड़ा में एयर पोर्ट | जॉली ग्रांट हवाई अड्डे |
अल्मोड़ा में होटल की संख्या | 123 |
डिग्री कॉलेजों की संख्या | 5 |
अंतर कॉलेजों की संख्या | 5 |
मेडिकल कॉलेजों की संख्या | 5 |
इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या | बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी |
अल्मोड़ा में कंप्यूटर केंद्र | 8 |
अल्मोड़ा में मॉल | रघुनाथ सिटी मॉल |
अल्मोड़ा में अस्पताल | 8 |
अल्मोड़ा में विवाह हॉल | 7 |
नदी (ओं) | कोशी |
उच्च मार्ग | NH 87 |
ऊंचाई | 1,642 मीटर |
घनत्व | 205 / किमी (530 / वर्ग मील) |
आधिकारिक वेबसाइट | Http://almora.nic.in/ |
साक्षरता दर | 81.06% |
बैंक | अल्मोड़ा शहरी सह-ऑपरेटिव, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक |
प्रसिद्ध नेता (ओं) | जवाहर लाल नेहरू |
राजनीतिक दलों | कांग्रेस, भाजपा, बसपा, राकांपा, सपा |
आरटीओ कोड | यूके -01 |
आधार कार्ड केंद्र | |
स्थानीय परिवहन | गाड़ियों, बस, कार और उड़ान |
मीडिया | समाचार पत्र |
विकास | 1.28%, |
यात्रा स्थलों | ब्राइट एंड कॉर्नर, बिन्सार वन्यजीव अभयारण्य, कासार देवी मंदिर, कटर्मल रवि मंदिर, गोविंद वल्लभ पंत म्यूजियम, कुमाओं रेजिमेंटल सेंटर संग्रहालय, मार्टोला, कालीमुट |
आयुक्त | श्री ए एस नायल, आईएएस |
अल्मोड़ा का नक्शा मानचित्र मैप
गूगल मैप द्वारा निर्मित अल्मोड़ा का मानचित्र, इस नक़्शे में अल्मोड़ा के महत्वपूर्ण स्थानों को दिखाया गया है
अल्मोड़ा जिले में कितनी तहसील है
अल्मोड़ा जिले में ९ तहसीलें है जिनके नाम अल्मोड़ा, भिकियासैण, चौखटिया, द्वाराहाट, जयंती, रानीखेत, सोमेश्वर और सुल्त है
अल्मोड़ा जिले में विधान सभा की सीटें
अल्मोड़ा जिले में छह विधानसभा क्षेत्र है, जिनके नाम द्वारहट, सुल्त, रानीखेत, सोमेश्वर (एससी), अल्मोड़ा और जगेश्वर है
अल्मोड़ा जिले में कितने गांव है
अल्मोड़ा जिले में २२१२ गांव है जो की अल्मोड़ा की १३ तहसीलों में बाटे गए है
History of Almora in Hindi
अल्मोड़ा का इतिहास, अल्मोड़ा की स्थापना १५६८ में कल्याण चाँद ने की थी जो की चाँद खानदान के राजा थे, १७वी शताब्दी में चाँद राजाओ ने गढ़वाल राज्य पर हमला किया और १६८८ में उद्योत चाँद ने वहां पर कई मंदिर बनबाये।
१७९१ में जब नेपाल के गोरखाओ ने अपना राज्य विस्तार किया तो वे भी काली नदी को पर करके अल्मोड़ा आ गए, तब अंग्रेजो ने गोरगाखो को रूख जान कर उनको उत्तरी सीमान्त क्षेत्रो में घुसने से रोकना शुरू किया।
१८०० के बाद के लिए अंग्रेज गंभीर हुए, क्योंकि यहाँ का वातावरण उनके अनुकूल था, इसलिए मोइरा जो की उस समय भारत का गवर्नर जनरल था उसने दिसम्बर १८१४ में अल्मोड़ा पर हमला किया, जिसे हम एंग्लो गोरख वार के नाम से जानते है, इस युद्ध के बाद अंग्रेजो और खोरखाओ के मध्य १८१६ में सुगौली की संधि हुयी, इस संधि के अनुसार नेपालिया द्वारा जीत गया समस्त भूभाग ईस्ट इंडिया कंपनी को बापस कर दिया गया, और पुराने लाल मंडी किले का नाम बदल कर फिर से मोइरा फोर्ट कर दिया गया, यही है अल्मोड़ा का इतिहास ।