अक्टूबर २०१८ से इलाहाबाद का फिर से वही नाम रख दिया गया है जो मुग़ल काल में बदल कर इलाहबाद कर दिया गया था. इलाहाबाद जिला उत्तर प्रदेश का सबसे जनसख्या और क्षेत्रफल में सबसे बड़ा जिला है और यह इलाहाबाद मंडल के अंतर्गत आता है, जिले का मुख्यालय इलाहाबाद में ही है, इलाहाबाद जिले में ८ तहसील, २० ब्लॉक, २ लोक सभा सीटें और १४ विधान सभा सीट है।
इलाहाबाद जिले का क्षेत्रफल ५४८२ वर्ग किलोमीटर है और २०११ की जनगणना के अनुसार इलाहाबाद की जनसख्या ५९५९७९८ और जनसख्या घनत्व ११०० व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर, इलाहाबाद की सक्षरता ७५% है और महिला पुरुष अनुपात ९०१ महिलाये प्रति १००० पुरुषो पर है २००१ से २०११ के बीच जनसख्या विकास दर २१% रही है
प्रयागराज जिले के पडोसी जिले
प्रयागराज के पडोसी जिले कुछ इस प्रकार से है, प्रयागराज के उत्तर में उत्तर प्रदेश के जिले है जिनके नाम प्रतापगढ़ जिला है, उत्तर पूर्व में जौनपुर जिला है, पूर्व में भदोही जिला है, दक्षिण पूर्व में मिर्ज़ापुर जिला है, दक्षिण में मध्य प्रदेश राज्य है इसलिए दक्षिण की तरफ से यह जिला मध्य प्रदेश के जिलों को स्पर्श करता है जिनके नाम रीवा जिला और सतना जिला है, दक्षिण पश्चिम में चित्रकूट जिला है और पश्चिम में कौशाम्बी जिला है।
Information about Allahabad in Hindi
नाम | इलाहाबाद |
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राज्य | उत्तर प्रदेश |
क्षेत्र | 63.07 किमी 2 (24.35 वर्ग मील) |
इलाहाबाद की जनसंख्या | 975,393 |
अक्षांश और देशांतर | इलाहाबाद का अक्षांश 25.435801100000000000 है। इलाहाबाद के देशांतर 81.846311000000010000 है |
इलाहाबाद के एसटीडी कोड | 91-532 |
इलाहाबाद पिन कोड | 211001-18 |
जिला मजिस्ट्रेट (डीएम कलेक्टर) | श्री भानु चंद्र गोस्वामी, आईएएस |
पुलिस अधीक्षक (एसपी / एसएसपी) | श्री अतुल शर्मा, आईपीएस |
मुख्य विकास अधिकारी | श्री अरविंद सिंह, आईएएस |
तहसील की संख्या | 7 तहसील, 20 ब्लाक |
गांवों की संख्या | 446 |
रेलवे स्टेशन | हाँ |
बस स्टेशन | हाँ |
इलाहाबाद में एयर पोर्ट | (आईएटीए: आईएक्सडी, आईसीएओ: VIAL |
इलाहाबाद में होटल की संख्या | 47 |
डिग्री कॉलेजों की संख्या | निजी 104, ईलिंग क्रिश्चियन कॉलेज, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज, आर्य कन्या डिग्री कॉलेज, सीएमपी डिग्री कॉलेज, जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज, ईश्वर सरन डिग्री, कॉलेज, एस.एस. खन्ना गर्ल्स डिग्री कॉलेज, एसपीएम सरकार डिग्री कॉलेज, हामिदिया गर्ल्स डिग्री कॉलेज, घटक अल्पसंख्यक कॉलेज, केपी प्रशिक्षण कॉलेज, केपी इंटर कॉलेज, राजर्षि टंडन गर्ल्स डिग्री कॉलेज, गोविंद बल्लभ पंत सोशल साइंस इंस्टीट्यूट। |
अंतर कॉलेजों की संख्या | |
मेडिकल कॉलेजों की संख्या | मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल, लाल बहादुर शास्त्री होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज], श्री साई नाथ पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ होम्योपैथी], [लाल बहादुर शास्त्री आयुर्वेदिक कॉलेज]] |
इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या | बी.ई. इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम, बीटेक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम, एनर्जी सिस्टम्स इंजीनियरिंग, एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग, बायो मैडिकल इंजीनियरिंग कोर्स, डिस्टेंस लर्निंग मैकेनिकल इंजीनियरिंग जेनेटिक इंजीनियरिंग कोर्स, इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम मैरीन इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम, नेटवर्क इंजीनियरिंग कोर्स, अंडर ग्रेजुएट इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम, एयरोनॉटिक्स कॉलेज एम.टेक शाम कॉलेज एमबीए विपणन कॉलेज, एमएस आईटी कॉलेज, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी कॉलेज, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कॉलेज, बी। आर्क इंजीनियरिंग कॉलेज, बीटेक कम्प्यूटर इंजीनियरिंग कॉलेज |
इलाहाबाद में कंप्यूटर केंद्र | |
इलाहाबाद में मॉल | अटलांटिस मॉल, विनायक शहर, विनायक, पी स्क्वायर |
इलाहाबाद में अस्पताल | अलहाबाद में अस्पताल | कौन सा अस्पताल उत्तम के पास खुल्दाबाद, इलाहाबाद | इलाहाबाद शहर में अस्पतालों | प्रीती होस इलाहाबाद | इलाहाबाद अस्पताल सूची | इलाहाबाद में अस्पतालों की सूची | इलाहाबाद में सर्वश्रेष्ठ अस्पताल | इलाहाबाद में अस्पताल | YHSM-Inucbr_001 | हाँ-फुलीहोस्टेड_003 | फाइनिक्स अस्पताल इलाहाबाद | इलाहाबाद में प्राइटी हॉस्पिटल पहचान | अस्पताललाहाबाद.कॉम | इलाहाबाद पिन कोड सूची | हरहाबाद हस्प्टल नाम की सूची | हरहाबाद हस्प्टल नाम की सूची | इलाहाबाद में अस्पताल की सूची | सिटी अस्पताल इलाहाबाद | टॉप होस्पिटलॉफ अलहाबाद | अस्पतालों में इलाहाबाद | अस्पताल जीवन रेखा, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश | |
इलाहाबाद में मैरेज हॉल | शगुन लॉन्स, चित्रण घटनाक्रम आयोजक, राजीव पैलेस, मथुर वैज बैंक्वेट हॉल, सुंदरम गेस्ट हाउस, पाल्की मैरिज हॉल, बॉम्बे पैलेस गेस्ट हाउस, लगान पैलेस गेस्ट हाउस, कल्याणी गेस्ट हाउस, दुल्हान पैलेस, श्याम उत्सव कुंज, कन्हाई भवन, सुहन पैलेस, सेवा समिति गार्डन, मॉनस कैली्रेशन हॉल, मदन गेस्ट हाउस, संध्या भवन भवन, अशिरवद गेस्ट हाउस, विनायक बाग, घटनाक्रम और घटनाक्रम, संस्कार उद्यान, प्रिया गार्डन, कमला भवन गेस्ट हाउस, ट्यूलिप हाउस, सुधा वातिका चित्रण घटनाक्रम आयोजक …, राजीव पैलेस, मैथुर वैश बैंक्वेट हॉल, सुंदरम गेस्ट हाउस, पाल्की मैरिज हॉल, बॉम्बे पैलेस गेस्ट हाउस, ललनाल पैलेस गेस्ट हाउस, कल्याणी गेस्ट हाउस, दुल्हान पैलेस, श्याम उत्सव कुंज, कन्हाई भवन, सुहागन पैलेस, सेवा समिति गार्डन, मन्चे का आयोजन हॉल , मदन गेस्ट हाउस, संध्या भवन, गेस्ट हाउस, अशिरवद गेस्ट हाउस, विनायक गार्डन, इवेंट्स और इवेंट्स, संस्कार उद्यान, प्रिया गार्डन, कमला भवन गेस्ट हाउस, ट्यूलिप हाउस, सुधा वातिका, राजेश सामुदायिक हॉल, अर डी पेलेस, मैरिज हॉल और अतिथि मकान , |
नदी (ओं) | गंगा, यमुना त्रिवेणी संगम, सरस्वती नदी |
उच्च मार्ग | राष्ट्रीय राजमार्ग 76 |
ऊंचाई | 98 मीटर (322 फीट) |
घनत्व | 1,087 / किमी 2 (2,820 / वर्ग मील) |
आधिकारिक वेबसाइट | Http://allahabad.nic.in/ http://www.allduniv.ac.in/ |
साक्षरता दर | 82.55 |
बैंक | बेसिन कैथोलिक कॉप ओप बैंक लिमिटेड, बीएनपी परिबास, कैनरा बैंक |
प्रसिद्ध नेता (ओं) | पूजा पाल, |
राजनीतिक दलों | भाजपा, सपा, बसपा, |
आरटीओ कोड | UP_70 |
आधार कार्ड केंद्र | 79 |
प्रमुख निर्यात वस्तु | चमड़े, चिकित्सा उपकरणों, उपकरण, वस्त्र और इतने पर भारत के प्रमुख निर्यात उत्पादों की जानकारी देखें शीर्ष चमड़े के निर्यात की सूची भी प्राप्त करें … |
स्थानीय परिवहन | टैक्सी / ऑटो रिक्शा / साइकिल रिक्शा |
मीडिया | इलाहाबाद के हिंदी-भाषी समाचार पत्रों में दैनिक जागरण, अमर उजाला, दैनिक भास्कर, नई दुनिया, हिंदुस्तान दैनिक, अज और राजस्थान पत्रिका शामिल हैं। नेता और पायनियर शहर में प्रकाशित अंग्रेजी भाषा के समाचार पत्र हैं; अन्य में द टाइम्स ऑफ इंडिया, हिंदुस्तान टाइम्स, द हिंदू, द इंडियन एक्सप्रेस, और द एशियन एज शामिल हैं। उर्दू, गुजराती और पंजाबी में अखबार भी उपलब्ध हैं। अखिल भारतीय रेडियो, राष्ट्रीय, राज्य के स्वामित्व वाले रेडियो प्रसारणकर्ता, शहर में रेडियो स्टेशनों का एएम है। इलाहाबाद में पांच एफएम स्टेशन हैं, जिनमें दो एयर स्टेशन शामिल हैं: बिग एफएम 92.7, रेड एफएम 93.5, ज्ञान वाणी, विविध भारती और आकाशवाणी शहर में एक दूरदर्शन रेडियो स्टेशन है। रीजनल टीवी चैनल केबल सदस्यता, प्रत्यक्ष प्रसारण उपग्रह सेवा या इंटरनेट-आधारित टेलीविजन के माध्यम से सुलभ हैं। |
दूरी | लखनऊ – 204 किमी, विंध्याचल- 93 किलोमीटर, सारनाथ- 135 किलोमीटर, वाराणसी- 125 किलोमीटर, अयोध्या- 167 किमी, चित्रकूट -128 किमी, चुर-125 किलोमीटर, दिल्ली -643 किमी, लुम्बिनी (नेपाल) -406 किमी, कानपुर- 1 9 3 किमी, गोरखपुर- 277 किमी |
इलाहाबाद का इतिहास
उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित एक नगर एवं इलाहाबाद जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। इसका प्राचीन नाम प्रयाग है। इसे ‘तीर्थराज’ (तीर्थों का राजा) भी कहते हैं। हिन्दू मान्यता अनुसार, यहां सृष्टिकर्ता ब्रह्मा ने सृष्टि कार्य पूर्ण होने के बाद प्रथम यज्ञ किया था। यही सबसे बड़े हिन्दू सम्मेलन महाकुंभ की चार स्थलियों में से एक है, शेष तीन हरिद्वार, उज्जैन एवं नासिक हैं। हिन्दू धर्मग्रन्थों में वर्णित प्रयाग स्थल पवित्रतम नदी गंगा और यमुना के संगम पर स्थित है। यहीं सरस्वती नदी गुप्त रूप से संगम में मिलती है, अतः ये त्रिवेणी संगम कहलाता है, जहां प्रत्येक बारह वर्ष में कुंभ मेला लगता है।
प्राचीन काल में शहर को प्रयाग के नाम से जाना जाता था। ऐसा इसलिये क्योंकि सृष्टि कार्य पूर्ण होने पर सृष्टिकर्ता ब्रह्मा ने प्रथम यज्ञ यहीं किया था, व उसके बाद यहां अनगिनत यज्ञ हुए। भारतवासियों के लिये प्रयाग एवं वर्तमान कौशाम्बी जिले के कुछ भाग यहां के महत्वपूर्ण क्षेत्र रहे हैं। यह क्षेत्र पूर्व से मौर एवं गुप्त साम्राज्य के अंश एवं पश्चिम से कुशान साम्राज्य का अंश रहा है। बाद में ये कन्नौज साम्राज्य में आया। १५२६ में मुगल साम्राज्य के भारत पर पुनराक्रमण के बाद से इलाहाबाद मुगलों के अधीन आया। अकबर ने यहां संगम के घाट पर एक वृहत दुर्ग निर्माण करवाया था।
शहर में मराठों के आक्रमण भी होते रहे थे। इसके बाद अंग्रेजों के अधिकार में आ गया। १७६५ में इलाहाबाद के किले में थल-सेना के गैरीसन दुर्ग की स्थापना की थी। १८५७ के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में इलाहाबाद भी सक्रिय रहा। १९३१ में इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद ने ब्रिटिश पुलिस से घिर जाने पर स्वयं को गोली मार कर अपनी न पकड़े जाने की प्रतिज्ञा को सत्य किया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में नेहरु परिवार के पारिवारिक आवास आनन्द भवन एवं स्वराज भवन यहां भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राजनीतिक गतिविधियों के केन्द्र रहे थे। यहां से हजारों सत्याग्रहियों को जेल भेजा गया था। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु इलाहाबाद निवासी ही थे।
जनसांख्यिकी-2013 की जनगणना के अनुसार इलाहाबाद शहर की वर्तमान जनसंख्या 1,342,229 है। ये भारत में जनसंख्या के अनुसार 32वें स्थान पर आता है। इलाहाबाद जिला 2013 की जनगणना के अनुसार 6010249 जो उत्तर प्रदेश का सबसे जनसँख्या वाला जिला हैँ। [6] इलाहाबाद का क्षेत्रफल लगभग 70 किमी2 (27 वर्ग मील)[7] है और ये [[समुद्र की सतह से ऊंचाई|सागर सतह से 98 मी (322 फ़ुट) ऊंचाई पर स्थित है।
अस्पताल-
स्वरुप रानी नेहरु अस्पताल,
मोतीलाल नेहरु अस्पताल
कमला नेहरु अस्पताल
फीनिक्स हॉस्पिटल,
जीवन ज्योति अस्पताल
नाजरथ अस्पताल,
सिटी अस्पताल,
भोला अस्पताल,
पार्वती अस्पताल,
कमला मेमोरियल अस्पताल,
उत्तर मध्य रेलवे अस्पताल,
तेजबहादूर सप्रू अस्पताल,
वातसल्य अस्पताल,
अमभोला अस्पताल,
अल्का अस्पताल,
चिल्ड्रेन अस्पताल,
इलाहाबाद में ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल
इलाहाबाद किला-1575 मे सम्राट अकबर ने प्रयाग की यात्रा की और एक शाही शहर इलाहाबाद की स्थापना की 1583 मे अकबर ने इलाहाबाद मे गंगा और यमुना के संगम पर एक किले का निर्माण प्रारम्म करवाया। यह किला चार भागो मे बनवाया गया। पहले हिस्से में 12 भवन एवं कुछ बगीचे बनवाये गयें। दूसरे हिस्से में बेगमोँ और शहजादियों के लिऐ महलो का निर्माण करवाया गया।
स्वराज भवन-स्वराज भवन इलाहाबाद में स्थित एक ऐतिहासिक भवन एवं संग्रहालय है। इसका मूल नाम ‘आनन्द भवन’ था। इस ऐतिहासिक भवन का निर्माण मोतीलाल नेहरू ने करवाया था। 1930 में उन्होंने इसे राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। इसके बाद यहां कांग्रेस कमेटी का मुख्यालय बनाया गया। भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी का जन्म यहीं पर हुआ था। आज इसे संग्रहालय का रूप दे दिया गया है। परिचय 1899 में मोतीलाल नेहरु ने चर्च लेन नामक मोहल्ले मेँ एक अव्यवस्थित इमारत खरीदी। जब इस बंगले मेँ नेहरु परिवार रहने के लिये आया तब इसका नाम आनन्द भवन रखा गया। जवाहरलाल नेहरु ने 1916 मेँ अपने वैवाहिक जीवन का शुभ आरम्भ इसी भवन से किया। इसके अतिरिक्त यह राजनिति गतविधियोँ का एक मंच भी रहा। 1917 मेँ उत्तर प्रदेश होम रुम लीन के अध्यक्ष मोतीलाल नेहरु एवं महामंत्री जवाहरलाल नेहरु थे। 19 नवम्बर 1919 को इंदिरा गाँधी का जन्म भी इसी भवन मेँ हुआ। 1920 मेँ आल इंडिया खिलाफत इसी भवन मेँ बनायी गयी। भारत का संविधान लिखने के लिये चुनी गयी आल पार्टी का सम्मेलन भी इसी स्वाराज भवन मेँ हुआ था।
आनन्द भवन, इलाहाबाद-यह भवन अपने आप मे अनोखा है। यह दो मंजिली इमारत है आनन्द भवन भारतीय स्वाधीनता संघर्ष की एक ऐतिहासिक यादगार हैं और ब्रिटिश शासन के विरोध में किये गये अनेक विरोधों, कांग्रेस के अधिवेशनों एवं राष्टीय नेताओँ के अनेक सम्मेलनों से इसका सम्बन्ध रहा है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय-भारतीय उच्च न्यायालय अधिनियम 1861 के सद्र दीवानी अदालत जगह से आगरा में 17 मार्च 1866 को उत्तरी -पश्चिमी प्रांतों के लिए न्यायाधिकरण के उच्च न्यायालय के रूप में स्थापित किया गया था। सर वाल्टर मॉर्गन, बैरिस्टर पर कानून उत्तर – पश्चिमी प्रदेशों के उच्च न्यायालय के प्रथम मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया।स्थान 1869 में इलाहाबाद में स्थानांतरित किया गया और नाम तदनुसार 11 से मार्च 1919 महकमा के उच्च न्यायालय इलाहाबाद में बदल गया था। 2 नवम्बर 1925 को, अवध न्यायिक आयुक्त के न्यायालय लखनऊ में अवध चीफ कोर्ट ने अवध सिविल न्यायालय अधिनियम 1925 की गवर्नर जनरल की मंजूरी के साथ संयुक्त प्रांत विधानमंडल द्वारा अधिनियमित द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था।
रानी महल-अकबर की राजपूत पत्नी जोधाबाई का महर जो रानी महल के नाम से जाना जाता हैं। यह महल किले मे स्थित हैं।
आल सेण्ट्स कैथैड्रिल– इस चर्च को देखने से प्रतित होता हैं। कि मानोँ हम किसी रोमन साम्राज्य का राजगृह देख रहे हैं। 1879 मेँ बन कर तैयार हुये इस चर्च का नक्शा सुप्रसिद्ध अंग्रेज वास्तुविद विलियन इमरसन ने बनवाया था। यह चर्च चौराहे के बीचो-बीच स्थित हैं।
इलाहाबाद में दर्शनीय धार्मिक स्थल
संगम-इलाहाबाद गंगा यमुना और सरस्वती के संगम पर स्थित हैं। चूकि यहाँ तीन नदियाँ आकर मिलती हैं। अत: इस स्थान को त्रिवेणी के नाम से भी संबोधित किया जाता हैं। संगम का द्रश्य अत्यन्त मनोरम हैं। स्वेत गंगा और हरित यमुना अपने मिलने के स्थान पर स्पष्ट भेद बनाए रखती हैं अर्थात मात्र द्रिष्टिपात करने से ही यह बताया जा सकता हैं। कि यह गंगा नदी हैं और यह यमुना। हिमालय की गोद से निकल कर प्रयाग तक आते आते गंगा गुम्फिद नदी मे बदल जाती हैं परन्तु यमुना के मिलने के उपरान्त इनमे पुन: अथाह जल हो जाता हैं।
हनुमान मंदिर-इस मन्दिर मे हनुमान जी की लेटी हुई प्रतिमा हैं। और उनके दर्शनार्थ लोगोँ को सीढियोँ से उतर कर नीचे जाना पडता हैं। यह प्रतिमा अत्यन्त विशाल एवं भव्य हैं। ऐसा विश्वास किया जाता हैं कि अंग्रजी शासन ने इस मंदिर को यहाँ से हटवाने के आदेश दिये किन्तु जैसे जैसे मूर्ति को हटाने के लिये खुदाई की जाने लगी वैसे वैसे मुर्ति बाहर आने के बजाय अन्दर धसती गयी। यही कारण हैं कि यह मंदिर गड्ढे में हैं।
शंकर विमान मण्डपम्-यह मन्दिर चार मंजिलोँ का हैं। इस मन्दिर की कुल ऊँचाई लगभग 40 मीटर अर्थात 130 फिट हैं। इसकी प्रत्येक मंजिल पर अलग अलग देवताओँ का वास स्थान हैं।
हनुमत् निकेतन-यह मन्दिर सिविल लाइन में स्थित हैं यह एक आधुनिक मन्दिर हैं। जो मुख्य रुप से हनुमान जी को समर्पित हैं।
सरस्वती कूप-किले के भीतर स्थित इस पवित्र कू के विषय में विश्वास किया जाता हैं। कि यही अद्रश्य सरस्वती नदी का स्त्रोत हैं।
समुद्र कूप-गंगा पार स्थित झूँसी मे समुद्र कूप स्थित है। यह कूप उल्टा किला के अन्दर स्थित है। यह बहूत उचे टिले पर है। माना जाता है। कि इस कूप मे समुद्र का स्रोत है। इस कूप का पानी खारा हैं।
मनकामेश्वर मन्दिर-इस मन्दिर से चबूतरे से यमुना का नजारा अत्यन्त ही मनोहर हैं। इस मन्दिर की विशेषता यहाँ प्रतिदिन लोने वाला श्र्रगांर एवं भगवान शिव की दिव्य आरती हैं।
शिवकुटी-गंगा नदी के किनार स्थित शिवकुटी भगवान शिव को समर्पित है।
त्रिवेणी पुष्प-यह सबसे सुन्दर स्थान हैं। यहाँ पर कई एतिहासिक चीजे आपको देखने को मिलेगा। जैसे रामजन्मभूमि, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गौतम बुद्ध, बहुत सी मन्दिर हैँ। यहा पर एक बहुत बडा गुम्बज (मिनार) देखने को मिलेगा।
इलाहाबाद में कितने घाट है
सरस्वती घाट-यमुना के तट स्थित यह एक नवनिर्मित रमणीय स्थल हैं। तीन ओर से सीढियाँ यमुना के हरे जल तक उतर कर जाती हैं। और उपर एक पार्क हैं जो सदैव हरी घास से ढका रहता हैं। यहा पर बोँटिग करने की भी सुविधा हैं। यहाँ से नाव द्रारा संगम पहुचने का भी मार्ग हैं।इलाहाबाद का सबसे बडा घाट है और यह सबसे आधुनिक घाट हैं। यह एक भव्य स्थान हैं और टहलने का सबसे अच्छा स्थान हैं। यह एक दशर्नीय स्थल हैं। यहा पर बोँटिग करने की भी सुविधा हैं यहा पर स्नानार्थियों के लिये सिटिंग प्लाजा भी हैं।
संगम घाट
बलुआ घाट
बरगद घाट
बोट क्लब घाट
रसूलाबाद घाट
छतनाग घाट
शंकर घाट
दशाश्वमेघ घाट
गऊ घाट
किला घाट
नेहरु घाट
कुंभ मेला-यहा मेला एक वर्ष माघ मेला तीन वर्ष छः वर्ष अर्द्धकुम्भ और बारह वर्ष महाकुंभ लगता है। भारत में यह धार्मिक मेला चार जगहों पर लगता है। यह जगह नाशिक, इलाहाबाद, उज्जैन और हरिद्वार में हैं। इलाहाबाद में लगने वाला कुंभ का मेला सबसे बड़ा धार्मिक मेला है। इस मेले में हर बार विशाल संख्या में भक्त आते हैं। यहाँ पर जनवरी फरवरी मेँ विश्व का सबसे बडा शहर कहा जाता हैँ। यहा कि जनसख्या करीब दस करोड मेँ होती हैँ।
शिक्षा-इलाहाबाद विश्वविद्यालय इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है, जँहा से अनेकानेक विद्वान ने शिक्षा ग्रहण कर देश व समाज के अनेक भागो मे अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। इलाहाबाद विश्वविद्यालय को पूर्व का आक्सफोर्ड भी कहा जाता है। इलाहाबाद मे कई विश्वविद्यालय, शिक्षा परिषद, इंजीनियरी महाविद्यालय, मेडिकल कालेज तथा मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र मे उल्लेखनीय भूमिका निभा रहे है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय
यूइंग क्रिश्चियन कॉलेज
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय
इलाहाबाद एग्रीकल्चर संस्थान (मानित विश्वविद्यालय)-(AAI-DU)
नेहरू ग्राम भारती विश्वविद्यालय, जमुनीपुर कोटवा
इलाहाबाद मे स्थापित इंजीनिरिंग कालेज के नाम निम्नलिखित है-
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद (MNNIT)
इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इन्फारमेशन टेक्नालाजी, इलाहाबाद (IIIT-A)
हरीशचंद्र अनुसंधान संस्थान (HRI)
बिरला इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी (BIT-Mesra)-(विस्तार पटल)
उपर्यक्त के अतिरिक्त अन्य इंजीनिरिंग कालेज
उद्योग-इलाहाबाद में शीशा और तार कारखाने काफी हैं। यहां के मुख्य औद्योगिक क्षेत्र हैंइंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज (आई.टी.आई), रिलायंस इंडस्ट्रीज़-इलाहाबाद निर्माण प्रखंड, हिन्दुस्तान केबल्स, त्रिवेणी स्ट्रक्चरल्स लि. (टी.एस.एल. भारत यंत्र निगम की एक गौण इकाई), शीशा कारखाना, इत्यादि। बैद्यनाथ की नैनी में एक निर्माणी स्थापित है, जिनमें कई कुटीर उद्योग जैसे रसायन, पॉलीयेस्टर, ऊनी वस्त्र, नल, पाईप्स, टॉर्च, कागज, घी, माचिस, साबुन, चीनी, साइकिल एवं पर्फ़्यूम आदि निर्माण होते हैं। इंडीयन फार्मर्स फर्टिलाइजर्स को-ऑपरेटिव इफको फूलपुर क्षेत्र में स्थापित है। यहाम इफको की दो इकाइयां हैं, जिनमें विश्व का सबसे बड़ा नैफ्था आधारित खाद निर्माण परिसर स्थापित है। इलाहाबाद में पॉल्ट्री और कांच उद्योग भी बढ़ता हुआ है। राहत इंडस्ट्रीज़ का नूरानी तेल, काफी अच्छा और पुराना दर्दनिवारक तैल है.
इलाहाबाद का नक्शा मानचित्र मैप
गूगल मैप द्वारा निर्मित इलाहाबाद का मानचित्र, इस नक़्शे में इलाहाबाद के महत्वपूर्ण स्थानों को दिखाया गया है