वाल्मिकी नगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र पूर्वी भारत में स्थित बिहार राज्य की 40 लोकसभा (संसदीय) निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह निर्वाचन क्षेत्र पश्चिमी चम्पारण जिले में है और 2002 में गठित भारत के परिसीमन आयोग की सिफारिशों के … Continue reading
Districts in India
भारत के राष्ट्रपति, भारत गणराज्य के कार्यपालक अध्यक्ष होते हैं। संघ के सभी कार्यपालक कार्य उनके नाम से किये जाते हैं। अनुच्छेद 53 के अनुसार संघ की कार्यपालक शक्ति उनमें निहित हैं। वह भारतीय सशस्त्र सेनाओं का सर्वोच्च सेनानायक भी … Continue reading
बिहार में कुल ४० लोक सभा की सीटें है, जिन पर मतदान प्रत्येक ५ वर्ष के लिए होता है, बिहार में मुख्य रूप से २ क्षेत्रीय पार्टीआ है जो की नितीश कुमार [शरद यादव ] की जनता दाल यूनाइटेड है … Continue reading
पश्चिमी चंपारण जिला बिहार के ३८ जिलों में एक जिला है, पश्चिमी चंपारण तिरहुत मण्डल का जिला है और इसका मुख्यालय बेतिया में है। इस जिले में 3 उपमंडल है, 18 ब्लॉक है, 1368 गांव, 1 लोक सभा सीट है … Continue reading
पलवल जिला हरियाणा के 22 जिलों में एक जिला है, पलवल गुडगाँव मण्डल का जिला है और इसका मुख्यालय पलवल है, जिले में 3 उपमंडल है, 3 तहसीलें, 1 लोक सभा क्षेत्र है, 4 विधान सभा क्षेत्र है, 282 ग्राम … Continue reading
धारवाड़ जो की कर्नाटक के जिलों में एक जिला है, इसका मुख्यालय धारवाड़ है, जिले में कुछ उपमंडल है 5 तहसील है, और कुछ विकास खंड या ब्लॉक या मौजा है और कुछ विधान सभा क्षेत्र है और 1 लोकसभा … Continue reading
वारंगल शहर जो की तेलंगाना के जिलों में एक जिला है, इसका मुख्यालय वारंगल है, जिले में 1 उपमंडल है 11 ब्लॉक है, और 7 विधान सभा क्षेत्र है, और 1 लोकसभा क्षेत्र है। वारंगल शहर जिला वारंगल शहर जिले … Continue reading
गाज़ियाबाद जिला मेरठ मण्डल के अंतर्गत आता है, गाज़ियाबाद जिले का मुख्यालय गाज़ियाबाद में ही है और इस जिले में ३ तहसीलें है २ लोक सभा क्षेत्र और ५ विधान सभा क्षेत्र है। Ghaziabad ka Kshetrafal गाज़ियाबाद जिले का क्षेत्रफल … Continue reading
गुरदासपुर जिला पंजाब के जिलों में एक जिला है, और इसका मुख्यालय गुरदासपुर है, जिले में 3 तहसीलें है, 11 खंड या ब्लॉक है और 7 विधान सभा क्षेत्र, एक संसदीय क्षेत्र और ११५७ गांव है । गुरदासपुर जिला गुरदासपुर … Continue reading
जब भारत देश स्वतंत्र हुआ था उसके बहुत पहले से ही वामपंथी इतिहासकारो का इतिहास लेखन या यु कहे की इतिहास को अपने मन मुताबिक बदलने का हुनर आ चूका था, और जैसे ही देश स्वतंत्र हुआ तो मौलाना साहब … Continue reading